
– 3 करोड़ से अधिक का सोना लेकर भागे जीवन को पुलिस 41 दिन बाद भी नहीं तलाश सकी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम के सराफा व्यापारियों का करीब 3 करोड़ रुपए से अधिक का सोना लेकर भागे ज्वेलर जीवन सोनी को पुलिस 41 दिन बाद भी नहीं तलाश सकी है। गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन के बाद रतलाम पुलिस हरकत में आई है। आरोपी जीवन सोनी के दो चचेरे भाई, साला व एक अन्य रिश्तेदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। चारों आरोपियों को पुलिस ने जीवन सोनी को भगाने में सहयोगी बताया है। पुलिस द्वारा फरार जीवन के रिश्तेदारों को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया है। लेकिन कहानी अभी भी अनसुलझी है। आरोपी जीवन सोनी को लापता हुए 41 दिन हो गए है। आखिर इतने दिनों में पुलिस ने क्या कार्रवाई की ? यह गंभीर सवाल अब पुलिस की कार्यप्रणाली पर खड़े होते है।
मंगलवार को सराफा व्यापारियों के प्रदर्शन और उग्र आंदोलन की चेतावनी के बाद नींद से जागी रतलाम पुलिस ने आरोपी जीवन सोनी के चचेरे भाई सुरेंद्र पिता बाबूलाल सोनी, पंकज पिता बाबूलाल सोनी, एक अन्य रिश्तेदार कृष्णकांत पिता चेतन कुमार सोनी तीनों निवासी माकड़ौन जिला उज्जैन व जीवन सोनी के साले आशीष सोनी निवासी तालतलाई जिला शाजापुर को मंगलवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस के अनुसार यह सभी जीवन सोनी को भगाने में सहयोगी रहे है। पुलिस के अनुसार जिस दिन जीवन सोनी भागा था उस दिन उसने अपने चचेरे भाई पंकज सोनी को कार लेकर बुलाया था। फोरलेन पर चौपालसागर के पास जीवन की स्कूटी मिली थी। उसी के आगे एक पेट्रोल पंप पर चचेरे भाई को बुलाया था। जीवन सोनी कार में सवार होकर अपने गांव माकड़ौन जिला उज्जैन गया। जहां उक्त चारों ने उसका सहयोग करते हुए एक गोदाम में छिपाया। ताकि पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल सके। अगले दिन सुबह चचेरे भाई ने जीवन सोनी को उज्जैन जिले के मनासा में एक मंदिर के पास उतार दिया। यह बात गिरफ्तार परिवार के सदस्यों ने पुलिस को बताई है। इसके बाद इन्हें नहीं मालूम कि वह कहा गया। एसपी अमित कुमार ने बताया कि परिवार के सदस्यों ने भागने में सहयोग किया है। चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। जीवन सोनी की तलाश में टीम लगी है। थाना माणक चौक ने उक्त चारों के खिलाफ आरोपी का भगाने में सहयोग करने पर बीएनएस की धारा 112 में केस दर्ज किया है। मंगलवार को चारों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।