रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
एक समय था जब पूरे मध्यप्रदेश में रतलाम जिला साक्षर जिले की श्रेणी में आता था। हाल ही में भोपाल में प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता, नामांकन और मूलभूत सुविधाओं की तिमाही रैंकिंग जारी की गई। इसमें एक बार फिर रतलाम जिला पिछड़ गया है। रतलाम जिले को सी रैंक प्राप्त हुई है। यानी शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार सहित सुविधाओं की बात करे तो सब दिखावा साबित हो रहा है।
शनिवार को भोपाल में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार ने सत्र 2022-23 में दूसरी तिमाही का जिला रिपोर्ट कार्ड जारी किया। जिसमे खंडवा जिले को पहला, छतरपुर को दूसरा और छिंदवाड़ा को तीसरे स्थान प्राप्त हुआ है। इन जिलों को ए ग्रेड मिला है। जिला वार रिपोर्ट कार्ड में रतलाम जिले की हालत खराब है। पहली तिमाही रिपोर्ट में रतलाम जिला प्रदेश के 52वें नम्बर पर था। दो दिन पहले जारी हुई रैंक में रतलाम जिला कोई विशेष उपलब्धि हासिल नहीं कर पाया है। इस बार प्रदेश में 49वें नम्बर पर रहकर सी ग्रेड हासिल की है। जो कि काफी खराब हालात में है। जिला वार रिपोर्ट कार्ड जारी हुआ है वह सितंबर, अक्टूबर और नवंबर माह में किए गए हर कार्य और उपलब्धि के आधार पर सभी जिलों को नंबर दिए हैं।
विभागीय अधिकारियों की माने तो रतलाम, जावरा, आलोट विकासखंड की स्थिति ठीक है लेकिन आदिवासी अंचल बाजना व सैलाना विकासखंड की हालात ज्यादा खराब है। हालांकि तीन दिन पहले रतलाम कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने भी रतलाम विकासखंड के स्कूलों का निरीक्षण किया था तब उन्हें भी बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता काफी कमजोर मिली थी। प्रदेश के 152 जिलों में से तीन को ए ग्रेड, 41 जिलों को बी और आठ जिलों को सबसे खराब प्रदर्शन यानी सी ग्रेड मिला है।
प्रदेश के यह जिले टॉप 10 में
खंडवा, छतरपुर छिंदवाड़ा, शहडोल, बालाघाट, जबलपुर, पन्ना, सिवनी, गुना, बैतूल
इन बिंदुओं के आधार पर हुई रैंकिंग
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्राथमिकता के आधार पर अनेक कार्य बिंदु निर्धारित किए गए। जिनसे जिलों की रिपोर्ट और रैंकिंग बनाई गई है। मुख्य रूप से बच्चों के नामांकन एवं ठहराव, सीखने का प्रतिफल, गुणवत्ता पूर्ण शैक्षिक उपलब्धियां शिक्षकों का क्षमता संवर्धन, विभिन्न मूल्यांकनों में स्कूलों का प्रदर्शन, अर्धसंरचना एवं भौतिक सुविधाएं और सुशासन प्रक्रियाएं, समग्र शिक्षा योजना के अंतर्गत संचालित कार्यक्रम एवं गतिविधियों आदि को छह मुख्य भागों में बांटा गया है। सभी के अलग अलग अंक निर्धारित किए थे।
अंकों के हिसाब से इस तरह की गई ग्रेडिंग
A + – अति उत्कृष्ट (90-100)
A – अच्छा (75-89)
B – संतोषजनक 60-74)
C – औसत (50-59)
D – खराब (00-49)
क्या कहते है जिम्मेदार
पहली तिमाही रिपोर्ट कार्ड में हम 52वें नम्बर पर थे। अभी 49वें नम्बर पर आए है। पहले की अपेक्षा प्रोग्रेस हुई है। आगे और प्रयास करेंगे।
मोहनलाल सांसरी, जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी), जिला शिक्षा केन्द्र रतलाम