रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम आए मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा है हमारे मुख्यमंत्री प्रदेश के गौरव है। उनका पद इतना बढ़ा है कि उनकी भाषा सभ्य होना चाहिए। जिस तरह की भाषा से वह गाली गलौच करते है यह पद को शोभा नहीं देता। उन्हें सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए। ग्राम पंचायत सचिव व ग्राम सहायक बोलेंगे नहीं। 25 हजार ग्राम पंचायतों में 50 से 60, 70 हजार लोग है चुनाव आने दो उनकी चूल्हे हिला देंगे।
दरअसल जीतू पटवारी सैलाना विधानसभा के रावटी तहसील के गांव भग्गा सेहलोत में पूर्व मंत्री प्रभुदयाल गेहलोत की जन्म जयंती व ग्रामीण कांग्रेस के दीपावली मिलन समारोह में आए थे। मीडिया से चर्चा करते हुए उन्होंने प्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव को आढ़े हाथों लिया। हाल में ही भोपाल में सरपंच व पंच सम्मेलन में सरपंचों ने सचिवों की शिकायत करते हुए कहा था कि वह हमारी बात नहीं सुनते हैं, कोई काम नहीं करते हैं। तब सीएम डॉ. मोहन यादव ने सख्त लहजे में कहा था कि अगर सचिव काम नहीं करेगा तो, “साले को हटा देंगे… इनकी औकात क्या, दिक्कत आएगी तो ठीक करेंगे।” इसी बात को लेकर जीतू पटवारी ने सीएम पर निशाना साधा।
आदिवासी इस धरती का मालिक
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री व सरकार आदिवासी गौरव दिवस मना रहे है। पूरे जिले में आयोजन कर रहे है। अच्छी बात है। आदिवासी प्रदेश है हमारा है। आदिवासी इस धरती का मालिक है। उनका सम्मान करना हमारा दायित्व है। सरकार का भी दायित्व है। लेकिन आदिवासी का सम्मान कब होगा जब 1 लाख 20 हजार करोड़ के उनके मद के उन पर खर्च किए जाए। ना कि अन्य मदों में उस राशि को खर्च किया जाए। ना कि राजनीतिक अय्याशी में खर्च हो। आदिवासी मद की राशि बड़े-बड़े पांडालों में खर्च मत करो। आदिवासियों का गौरव जब बढ़ेगा तब उनके बच्चों के बैगलाग के पद भरे जाएंगे। उनकी बहनों व उन पर हो रहे अत्याचार, अपहरण व बलात्कार रोकेंगे तब तब आदिवासियों का गौरव बढ़ेगा।
बीजेपी नेता छीन रहे आदिवासियों की जमीन
पटवारी ने यह भी कहा कि आदिवासियों की जमीन प्राइवेट बीजेपी के नेता छिन रहे है खरीद रहे। एक तरह से डरा-डरा कर कब्जा कर रहे है। वह वापस उनको दिलाओ। आदिवासियों का गौरव तब बढ़ेगा जब आदिवासियों की सवा लाख हेक्टेयर जमीन पर योजना आई पर उनको मुआवजा नहीं मिला। आदिवासी दर-दर भटक रहे है। गुजरात, महाराष्ट्र समेत अलग-अलग राज्यों में मजदूरी करने जा रहे है। पलायन रुकेगा तब उनका गौरव बढ़ेगा। उनके बच्चों को शिक्षा, स्वास्थय मिलेगा। इंडेक्स सेंसेक्स बताते है कि सबसे नीचे है हम। भाषाओं में गौरव लेकिन वास्तविकता में उनके साथ षड़यंत्र किया जा रहा है।


