
– द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस के लिए रतलाम सीएम राइज स्कूल का हो चुका चयन
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। भोपाल में मंत्री परिषद की बैठक से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य काश्यप ने रतलाम के विनोबा सीएम राइज़ स्कूल को विश्व के सर्वश्रेष्ठ स्कूल पुरस्कार 2024 का प्रमाण पत्र भेंट किया। कैबिनेट मंत्री काश्यप ने बताया कि लंदन की T4 एजुकेशन संस्था द्वारा रतलाम के इस स्कूल को नवाचार श्रेणी में शीर्ष तीन फाइनलिस्ट में शामिल किया गया है और उसके संबंध में प्रमाण पत्र सौंपा गया है। बता दें सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार “द वर्ल्डस बेस्ट स्कूल प्राइजेस” के अंतर्गत प्रदेश के एक मात्र सरकारी स्कूल का चयन पूरे देश में इनोवेशन केटेगरी में हुआ है। यह पुरस्कार वैश्विक संस्था “टी फोर एजुकेशन” द्वारा प्रदान किया जाता है। इस उपलब्धि को कैबिनेट मंत्री काश्यप ने रतलाम वासियों के लिए गौरवान्वित होना बताया। मंत्री काश्यप के अनुसार यह उपलब्धि रतलाम के लिए नहीं बल्कि भारत के शिक्षा जगत के लिए खास बताई है।
यह नवाचार था उपलब्धि का कारण
यह पुरस्कार 5 केटेगरी कम्युनिटी कोलैबोरेशन, एनवायरमेंटल एक्शन, इनोवेशन, ओवरकमिंग एडवर्सिटी, फॉर सर्पोटिंग हेल्दी लाइव्स के लिए दिए जाते हैं। विनोबा स्कूल ने अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज के माध्यम से अपनी चुनौतियों का सामना किया। स्टूडेंट के सर्वांगीण विकास में विगत दो वर्षों में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। टीचर्स प्रोफेशनल डेवलपमेंट के अंतर्गत “साइकिल ऑफ ग्रोथ” के माध्यम से टीचर्स को “बदलाव के वाहक” के रूप में लाया गया। अपने स्कूल लीडर्स के मार्गदर्शन में जॉयफूल लर्निंग द्वारा स्टूडेंट व पैरेंट्स को संस्था से जोड़ा। स्टूडेंट की प्रजेंट और दक्षता में वृद्धि हुई। पढ़ाई, खेलकूद और स्टूडेंट ओवरऑल डेवलपमेंट में अग्रणी रहे। कक्षा 1 से 12वीं तक अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम में संचालित होने वाले इस स्कूल में 650 में से 90 प्रतिशत से अधिक स्टूडेंट किसी न किसी स्तर पर गतिविधि से वर्ष भर जुड़े रहते हैं।
जाने क्या है “नवाचारी साइकिल ऑफ ग्रोथ”
दो वर्ष पूर्व विनोबा स्कूल में वाइस प्रिंसिपल गजेंद्र सिंह राठौर ने ज्वाइन होने के बाद स्टूडेंट की कम उपस्थिति और दक्षता में कमी पर स्कूल के शिक्षकों के साथ मिलकर “साइकिल ऑफ ग्रोथ मेकैनिज्म” का प्लान किया। इसमें टीचर्स के प्रोफेशनल डेवलपमेंट के लिए टीम हडल और कैप्सूल ट्रेनिंग, क्लासरूम मॉनिटरिंग, वन ऑन वन फीडबैक, रीवार्ड एंड रिकगनाईजेशन की नवाचारी सकारात्मक चक्रीय योजना बनाई। इस योजना में “विनोबा मॉडल ऑफ पेरेंटल एंगेजमेंट”, “कम्युनिटी एसए लर्निंग रिसोर्स”, “इनोवेटिव आइडिया ऑफ ट्रैकिंग डाटा”, नियमित गतिविधियों का डिस्ट्रिब्यूटेड मॉडल, असेसमेंट की नई-नई विधियां आदि कई नवाचार टीचर्स के माध्यम से जोड़ते गए। टीचर्स के साथ टीम बिल्डिंग एक्टिविटी के बीच नियमित रूप से रोचक तरीको से संस्थागत विषयों पर रोल प्ले समेत अन्य उत्साह के माहौल को बनाया। सतत रूप से नवाचार टीचिंग लर्निंग मटेरियल, प्रिंट रिच, स्टूडेंट डायरी, टीचर्स डायरी, हुक बैंक, मॉर्निंग मीटिंग, हडल स्पेस, एकेडमिक संवाद में इंटरनेशल कम्युनिटी के साथ प्रेक्टिसेज जैसे डेली अंडरटेकिंग (उपक्रम) में भी किए गए। स्कूल में सहजता से सीखने का वातावरण बनाया। स्कूल लीडरशीप टीम में प्रिंसिपल संध्या वोरा, वाइस प्रिंसिपल गजेंद्र सिंह राठौर, हेड टीचर अनिल मिश्रा, सीमा चौहान, हीना शाह समेत अन्य शिक्षकों ने इस कंसेप्ट को रेग्युलर्टी दी। स्टूडेंट लर्निंग शोकेस, कम्युनिटी फेस्टिवल में भागीदारी, स्टीम केंद्रित प्रोजेक्ट बेस्ड लर्निंग जैसे डेली इवेंट किए। स्कूल शिक्षा विभाग मप्र ने स्कूल के इनोवेशन को नियमित प्रोत्साहन और समर्थन दिया।
यह थी चयन प्रक्रिया
विश्वव्यापी संस्था “टी फोर एजुकेशन” द्वारा दुनिया भर के स्कूल्स से फरवरी 2024 तक विभिन्न केटेगरी में आवेदन ऑनलाइन मांगे गए थे। आवेदन लेकर इस वर्ष के प्रतिष्ठित 50 हजार यूएस डॉलर के पुरस्कार की चयन प्रक्रिया शुरू की। प्राप्त हजारों आवेदनों में से शार्ट लिस्ट स्कूल्स के रूप में विनोबा स्कूल के वाइस प्रिंसिपल गजेंद्र सिंह राठौर का एक स्कूल लीडर के रूप में “इनोवेशन” केटेगरी में चयन किया। इनके द्वारा किए गए कार्यो पर अंतर्राष्ट्रीय शिक्षाविदों द्वारा इनका ऑनलाइन इंटरव्यू लिया। पुनः चयनित होने पर डोक्यूमेंट बेस्ट असेसमेंट किया। टीचर्स की विभिन्न स्तरों की ऑनलाइन ट्राइल मीटिंग ली गई थी।
क्या उपलब्धि है रतलाम की वो रतलाम के लोगों से पूछो
क्या क्या किया इन्होंने
सड़क, पानी, सिवरेज लाइन सब की स्थिति पता करे एक बार और वो भी बताने का प्रयास करे अपनी खबर के माध्यम से
यही निवेदन है