रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर के थावरिया बाजार में पंचमुखी हनुमान – पंचेश्वर महादेव मंदिर के बगीचे में शासन द्वारा प्रस्तावित संजीवनी क्लीनिक को लेकर क्षेत्र के रहवासियों ने कड़ा विरोध जताया। गुरुवार दिन में जेसीबी के साथ ठेकेदार व निगम अमला बगीचे की नपती लेने पहुंच गया। जैसे ही रहवासियों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मौके पर विरोध कर निगम अमले व ठेकेदार को वापस भेज दिया। जिसके बाद क्षेत्रवासी इकट्ठा होकर नगर निगम महापौर के पास मिलने पहुंच गए। वहां क्षेत्रीय वार्ड42 के पार्षद हितेश कामरेड भी थे जिनको रहवासियों ने जमकर खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया। इस दौरान बोखलाए पार्षद हितेश कामरेड ने खुद का वार्ड ना होने का हवाला देकर इसे वार्ड40 पार्षद धर्मेंद्र व्यास से बात करने को कह दिया। रहवासी जब मौके पर धर्मेंद्र व्यास को बुलाकर लाये तो उन्होंने संजीवनी क्लिनिक खोलने को लेकर साफ मनाही कर दी। इसी बीच पार्षद हितेश कामरेड मौका पाकर वहां से चुप चाप निकल गए। बाद में महापौर प्रहलाद पटेल ने आक्रोशित रहवासियों को शांत किया और संजीवनी क्लिनिक के लिए अन्यत्र विकल्प की बात कही। मामले में क्षेत्र के राहुल जैन का कहना है कि हम विकास का विरोध नहीं कर रहे हैं। अन्य जगह पर संजीवनी क्लिनिक बनाए उसके लिए निगम का स्वागत भी करेंगे किंतु मंदिर की जमीन शासन गलत तरीके से हड़पना चाहता है। वहीं वार्ड 40 में वार्ड 42 के पार्षद की क्लिनिक को लेकर दिलचस्पी किसी को समझ नहीं आ रही है।
पार्षद हितेश कामरेड कर रहे हठधर्मिता
क्षेत्रवासी रहवासी बगीचे में संजीवनी क्लिनिक का विरोध पिछले दो माह से कर रहे है। इसके लिए दिनांक 15 मार्च 2023 को मंदिर की युवा समिति के सदस्यों ने महापौर प्रहलाद पटेल से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी दिया था। जिस पर आश्वासन दिया गया था कि बगीचे के क्षेत्र में किसी भी प्रकार का निर्माण नहीं किया जाएगा। उसके बावजूद गुरुवार दोपहर में ठेकेदार द्वारा बगीचे में कार्य शुरू किया जा रहा था। क्षेत्र की महिलाओं का कहना है कि क्षेत्र में एकमात्र बगीचा है जहां धार्मिक आयोजन होते है। शहर का सबसे बड़ा जैन मंदिर भी यहां है। यहां पार्किंग की भी सुविधा नहीं है। पानी की टँकी है जो कि जर्जर है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मगर पार्षद हितेश कामरेड यहां कई बार निरीक्षण कर यहीं पर संजीवनी क्लिनिक बनाना चाहते है। हालांकी चुनाव जीतने से पहले वार्ड40 के पार्षद हितेश कामरेड ने अपने घोषणा पत्र में इस बगीचे का सौंदर्यीकरण कर सार्वजनिक जिम बनाने का वादा किया था। जो कि अब वे ही भूल चुके है।
रहवासियों का कहना है कि अगर क्लिनिक बनाना ही है तो फिर सबसे पहले जेसीबी मंदिर पर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया जाए। जिससे संजीवनी क्लिनिक को और अधिक स्थान मिल जाएगा और जनप्रतिनिधियों के मन को भी शांति मिलेगी।
विरोध के दौरान क्षेत्र के सुमित्रा चौहान, शिखा जोशी, अनिता राठौर, गायत्री गौड़, सरला शर्मा, रेखा तिवारी, जयदीप गुर्जर, रवि सेन, रवि पंवार, रोनक शर्मा, प्रद्युम्न शर्मा, राहुल जैन, मनीष सिंह, मुकेश व्यास, मोंटी जायसवाल, जगदीश पाटीदार, मोनू मराठा और हिंदू संगठन के पदाधिकारी भी शामिल थे।