– अतीत का बलिदान देश के भविष्य को करता है प्रेरित, बोले केंद्रीय मंत्री गडकरी
नागपुर/ रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम विधायक चेतन्य काश्यप के पुत्र सिद्धार्थ काश्यप की एसके म्यूजिक वर्क्स द्वारा निर्मित लघु फिल्म ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ में अनूठी पहल है। इस संगीतमय श्रद्धांजलि में, भारत के स्वतंत्रता संग्राम को दर्शाने वाला एक अद्भूत गीत शामिल है जिसकी संकल्पना और संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप है। गीत मोहित चौहान द्वारा गाया गया और इसके गीतकार शकील आजमी हैं। इस लघु फिल्म का लेखन और निर्देशन रतलाम में पले बढ़े अंशुल विजयवर्गीय ने किया है। लॉन्च समारोह में ‘‘आजादी’’ लघु फिल्म दिखाई गई और इस लघु फिल्म के पोस्टर का अनावरण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हाथों नागपुर में आयोजित समारोह में हुआ।

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि हमारे देश का इतिहास बहुत समृद्ध है और अगर हम स्वतंत्रता संग्राम के महान देशभक्तों और क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेंगे तो हमें भविष्य के राष्ट्रीय कार्यों के लिए प्रेरणा मिलेगी। उनकी उपलब्धियाँ, विचार और नेतृत्व आज की पीढ़ी के लिए अमूल्य मार्गदर्शक हैं। जब हम स्कूल में बच्चे थे तो तरह देशभक्ति के गीत राष्ट्रीय गौरव जगाते थे, इसे याद करते हुए गडकरी ने सिद्धार्थ काश्यप द्वारा निर्मित संगीतमय लघु फिल्म ‘‘आजादी’’ की सराहना की, जिसे आज प्रदर्शित किया गया। आयोजन में स्वतंत्रता संग्राम के हमारे वास्तविक नायकों को श्रद्धांजलि देने की अनूठी संकल्पना के लिए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने संगीतकार और एसके म्यूजिक के संचालक सिद्धार्थ काश्यप की प्रशंसा भी की। इस प्रयास के लिए उन्होंने ‘‘आजादी’’ की पूरी टीम को बधाई दी और उनकी सफलता की कामना की। गडकरी ने कहा कि ऐसी कलाकृतियाँ आज की युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक हैं तथा देशभक्ति और राष्ट्र सेवा के मूल्यों को विकसित करने में मदद करेंगी।

परिचय के दौरान काश्यप ने कही महत्वपूर्ण बात
कार्यक्रम का परिचय देते हुए सिद्धार्थ काश्यप ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी एक प्रभावशाली व्यक्तित्व और वह उनके काम से प्रेरणा लेते हैं। गडकरी नए भारत के आदर्श नेता हैं और उन्होंने भविष्य को ध्यान में रखते हुए देश के बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है। सिद्धार्थ काश्यप ने कहा कि, संगीतकार होने के नाते, मुझे यह सुनिश्चित करना था कि मैं समय यात्रा की भावनाओं को आत्मसात कर सकूं। 1857 से लेकर 1947 तक की समयावधि की पूरी यात्रा को प्रभावशाली ढंग से संगीत और भावनाओं के माध्यम से महसूस किया जाना था। इसके अलावा, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदानों के बारे में युवाओं में जागरूकता, हम मनोरंजन मीडिया के माध्यम से लाना चाहते थे।