
– कुख्यात तस्कर का कनेक्शन आने के बाद डॉ. जीवन और डॉ. रवि सहित अन्य पर जल्द गिर सकती गाज
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एमएस सागर के साथ युवकों द्वारा मारपीट करने के मामले ने कुख्यात तस्कर का कनेक्शन आने के बाद अब मामले ने तूल पकड़ लिया है। डॉ. सागर ने करीब डेढ़ माह पहले समता गीतामाई का आंख का ऑपरेशन किया था। महिला का आरोप है कि डॉ. सागर ने ऑपरेशन के लिए 15 हजार रुपए मांग थे। इसमें से 7 हजार दे दिए थे। शुक्रवार को दिखाने गए तो डॉ. सागर ने बाकी रुपए मांगते हुए मेरे और बेटे के साथ मारपीट की। उधर उधर सिविल सर्जन डॉ. सागर का कहना है कि युवकों से हमला डॉ. रवि दिवेकर और डॉ. जीवन चौहान ने करवाया है। डॉक्टरों ने एक तस्कर के बेटे को बिना बताए न केवल भर्ती कर लिया था, बल्कि गंभीर बीमारी का सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया था। इसकी विभागीय जांच कर रहा था, जिसे बदलवाने के लिए दोनों डॉक्टरों ने चार दिन पहले धमकी भी दी थी। मारपीट करने वाले युवकों में एक जितेंद्र पहले डॉ. चौहान का ड्राइवर रह चुका है। वर्तमान में उसका बड़ा भाई डॉ. चौहान का ड्राइवर है।
सिविल सर्जन डॉ. सागर के अनुसार घटनाक्रम शुक्रवार शाम 7 बजे का है। कक्ष से निकलने के दौरान मुंह पर कपड़ा बांधकर घात लगाए बैठे युवकों ने हमला कर दिया। शोर मचाने पर अस्पताल में मौजूद लोगों ने तीन युवकों को पकड़ लिया, जबकि एक भाग गया। इस भागमभाग ने एक आरोपी युवक के पैर में चोट लगी है। बाद में चीता पुलिस के जवान तीनों को स्टेशन रोड थाने ले गए। इधर सिविल सर्जन पर हमले की जानकारी मिलने पर सीएमएचओ डॉ. आनंद चंदेलकर और सारे डॉक्टर इकट्ठा होकर कलेक्टर राजेश बाथम से मिलने पहुंच गए। वहां स्टेशन रोड थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा भी पहुंचे। बाद में पुलिस ने डॉ. सागर की रिपोर्ट पर जितेंद्र उर्फ जीतू पिता फकीरचंद चौधरी, भगत सिंह पिता कन्हैयालाल डोडियार, सुनील पिता भागीरथ मचार के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट और डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है। उधर गौता बाई चौधरी ने भी डॉ. सागर पर पैसे मांगने और मारपीट करने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने के लिए पुलिस को आवेदन दिया है।
80 फीट रोड स्थित जीवांश अस्पताल सील
इस बीच रात 9 बजे स्वाथ्य विभाग और प्रशासन की संयुक्त टीम 80 फीट रोड स्थित जीवांश अस्पताल पहुंची। वहां सिर्फ तीन मरीज ही थे। चेकिंग करने पर न डॉक्टर मिले, न मेडिकल दुकान पर संचालक। इस पर टीम ने मरीजों को जिला अस्पताल पहुंचाकर जीवांश हॉस्पीटल को ताला लगाकर सील कर दिया। टीम में एसडीएम अनिल भाना, डॉ. कृपालसिंह राठौर, डॉ. एपी सिंह, डॉ. बीएल तापड़िया शामिल थे। डॉ. सिंह ने बताया कलेक्टर को पास जीवांश अस्पताल को लेकर कई गंभीर शिकायतें मिल रही थीं।
हिरासत में लेकर पूछताछ कर रहे
सिविल सर्जन की शिकायत पर तीन युवकों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गीताबाई ने भी शिकायती आवेदन दिया है। उसकी जांच कर रहे हैं। – राजेंद्र वर्मा, थाना प्रभारी स्टेशन -रोड