
– अंधेरे में जेसीबी ले जा रही थी पाइप, बाइक टकराने से माता-पिता समेत 4 घायल, हादसे के बाद भगा ले गया ड्राइवर गाड़ी
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिला मुख्यालय रतलाम के सुभाष नगर ब्रिज निर्माण कंपनी की जेसीबी के ड्राइवर की लापरवाही ने 3 साल के मासूम की जान ले ली। जेसीबी से 20 फीट लंबा पाइप लेकर जा रहे थे। कॉमर्स कॉलेज से बोधि स्कूल जाने वाले रोड पर अंधेरा होने और पाइप पर रेडियम नहीं होने से बाइक सवार भव्यांश प्रजापत पाइप से टकरा गया। टूटे हुए इस पाइप का कोना खंजर जैसा था और टक्कर इतनी जोरदार हुई कि 3 साल के बच्चे का सिर फट गया और भेजा बाहर हो गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे में माता-पिता समेत चार लोग घायल हुए हैं। घायल माता-पिता को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है। दो बच्चों को हल्की चोट आई है। पेंटर का काम करने वाला धीरजशाह नगर निवासी मुकेश प्रजापत (32), पत्नी बिट्ट, बेटे लक्ष्य (6), भव्यांश (3) और भतीजी दिव्यांशी (4) पिता जगदीश प्रजापत के साथ बाइक से सोमवार की शाम 7.30 बजे घर से निकला। वह सज्जन मिल चौराहे पर रहने वाले अपने बड़े पापा रमेश प्रजापत के यहां जा रहा था। रास्ते में कॉमर्स कॉलेज से बोधि स्कूल जाने वाले रास्ते पर कॉमर्स कॉलेज वाले टर्न से 100 मीटर की दूरी पर वह पाइप ले जा रही जेसीबी के पाइप से टकरा गया। बाइक पर आगे बैठे भव्यांश की मौत हो गई। हादसे के बाद भी जेसीबी का ड्राइवर रुका नहीं और जेसीबी करीब 100 मीटर तक भगा ले गया और फिर कूदकर भाग निकला। मुकेश ने बताया कि मैंने जेसीबी देखी तो साइड से बाइक निकाल रहा था लेकिन अचानक पाइप से टकराकर गिर गया।
कलेक्टर ने लाइट लगाने के दिए थे निर्देश
रतलाम कलेक्टर राजेश बाथम ने हादसे के कुछ घंटे पहले ही सुभाष नगर ब्रिज निर्माण का निरीक्षण किया था। इस दौरान जहां हादसा हुआ उस क्षेत्र में अंधेरा देखकर सेतु निगम के अफसरों और ठेकेदार को लाइट लगाने के निर्देश दिए थे। उनके आदेश पर अमल होता उसके पहले ही एक मासूम की जान चली गई।
नहीं चिल्लाते लोग तो हम भी चपेट में आते
प्रत्यक्षदर्शी पर्व जैन ने बताया कि हादसे के बाद जब ड्राइवर जेसीबी को भगाकर ले जा रहा था तब मैं भी बाइक लेकर सामने से आ रहा था। राहगीरों ने चिल्लाकर बताया कि बचो तो मैं बचा। दिलीप पिपरीवाल ने बताया कि रोड पर लाइट की व्यवस्था नहीं होने और पाइप पर किसी तरह का रेडियम नहीं लगा होने से हादसा हुआ है।
प्री-नर्सरी में पढ़ता था 3 वर्षीय मासूम भव्यांश
मासूम भव्यांश प्री-नर्सरी में पढ़ता था। उसने इसी साल स्कूल जाना शुरू किया था। उसका बड़ा भाई 6 साल का लक्ष्य है। टीआई वीडी जोशी व सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया मौके पर पहुंचे। टीआई ने बताया जेसीबी के अज्ञात ड्राइवर पर तेजगति व लापरवाही से गाड़ी चलाने का केस दर्ज किया है।
हादसे पर दुख जताने के बजाए कंपनी का सफेद झूठ
ब्रिज बना रही मेसर्स सुभाष ठक्कर कंपनी के सुपरवाइजर लक्ष्मी शर्मा ने बताया कि पाइप शिफ्टिंग का काम चल रहा था। पाइप और जेसीबी पर रेयिडम लगा था लेकिन आसपास के बच्चों ने उसे पहले ही निकाल दिया था। हालांकि कहीं भी रेडियम लगने जैसा निशान नहीं था। पूरे मामले में जेसीबी चालक सहित हादसे में लापरवाही से गई मासूम की जान में कंपनी के साथ उसका ठेकेदार भी दोषी है।