समिति प्रबंधक के घर से लाखों का सोना, महंगी शराब के साथ 5 करोड़ की संपत्ति जब्त
धार/रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। धार में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के प्रबंधक नंदकिशोर सोलंकी के खिलाफ ईओडब्ल्यू में प्रकरण दर्ज होने के बाद मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) टीम को रतलाम नगर निगम के अकाउंटेंट विकास सोलंकी के सस्पेंड पिता नंदकिशोर सोलंकी के धार जिले के रिंगनोद में रेड के दौरान 36 लाख रुपए का सोना और 70 हजार की चांदी मिली है। तीन प्रॉपर्टी और ब्रांडेड अंग्रेजी शराब की 13 बोतल भी मिली हैं। इससे पहले सोमवार को EOW की टीम को करीब 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का पता चला था। शराब मिलने पर आबकारी विभाग ने भी केस दर्ज किया है। EOW ने आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के सस्पेंड प्रबंधक सोलंकी के बेटे विकास सोलंकी जो कि नगर निगम में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं, उनकी भूमिका पर भी संदेह जताया है। EOW अब रतलाम नगर निगम में अकाउंटेंट विकास सोलंकी सहित परिवार के सभी सदस्यों का आय का स्त्रोत जांचेंगी।

बता दें कि सोमवार तडक़े सुबह 4 बजे इंदौर EOW के अफसरों की दो अलग-अलग टीम रतलाम में विकास सोलंकी के ओल्ड ग्लोबस कॉलोनी स्थित घर और धार जिले के ग्राम रिंगनोद गांव में पिता नंदकिशोर सोलंकी के घर रेड मारी थी। EOW एसपी रामेश्वर सिंह यादव ने बताया कि तलाशी में घर के सभी सदस्यों की आय के स्त्रोत के भी दस्तावेज जांचे जा रहे हैं। उनसे एक नंबर की आय का मिलान किया जाएगा। परिवार के किसी भी सदस्य की संदिग्ध भूमिका सामने आती है तो उस पर केस दर्ज किया जाएगा। यह भी पता किया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों की अभी तक की नौकरी से कितनी आय हुई है। कितनी प्रॉपर्टी है। इन सब का बैलेंस मिलाया जाएगा। यह भी देखा जाएगा कि उन्होंने आईटीआर (इनकम टैक्स रिटर्न) भरा है या नहीं। जांच के हर एक पहलू की वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही है। घर से कुछ कैश भी मिला है। हालांकि उसका खुलासा अभी नहीं किया है।
धार में देर रात तक चली कार्रवाई
रतलाम में विकास सोलंकी के ठिकानों पर सोमवार सुबह 4 बजे से शुरू हुई कार्रवाई दोपहर 12.30 बजे खत्म हो गई थी। EOW की टीम सोलंकी के घर से चली गई। लेकिन दूसरी टीम धार के रिंगनोद में उनके पिता के घर देर रात तक डटी रही। अभी तक की जांच में दो से तीन और प्रॉपर्टी का पता चला है। घर से 36 लाख रुपए का सोना व 70 हजार रुपए चांदी की ज्वेलरी मिली है। अंग्रेजी शराब की 13 बॉटल भी घर में जांच के दौरान मिली है। देर रात तक हुई जांच में प्रारंभिक रूप से लगभग 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति मिली है। सभी का केलकुलेशन किया जा रहा है।
टीम को आय से कई गुना अधिक मिली संपत्ति
सात माह पूर्व उज्जैन लोकायुक्त ने शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने के मामले मेंं रतलाम नगर निगम के पूर्व डिप्टी कमिश्नर विकास सोलंकी पर केस दर्ज किया है। शासन ने सोलंकी को डिप्टी कमिश्नर के पद से सस्पेंड कर अकाउंटेंट बना रखा है। अब उनके पिता के यहां आय से अधिक संपत्ति मिली है। ईओडब्ल्यू के एसपी यादव ने बताया कि 40 हजार रुपए मासिक वेतन पाने वाले नंदकिशोर सोलंकी की 28 साल की नौकरी में कुल वैध आय लगभग 50 लाख रुपए होनी चाहिए लेकिन उनके पास इससे कई गुना अधिक संपत्ति है।
रतलाम में बेटे के घर से पिता की संपत्ति के दस्तावेज जब्त
रतलाम के ओल्ड ग्लोबस कॉलोनी में रहने वाले रतलाम नगर निगम के अकाउंटेंट विकास सोलंकी के घर पर करीब साढ़े 8 घंटे EOW की 12 सदस्यीय टीम डीएसपी पवन सिंघल के नेतृत्व में जांच पड़ताल कर चुकी है। सोमवार दोपहर इंदौर EOW ने रतलाम नगर निगम अकाउंटेंट विकास सोलंकी के पिता नंदकिशोर सोलंकी के खिलाफ आय से अधिक का मामला दर्ज किया है। उसी के सिलसिले में रतलाम में उनके बेटे विकास सोलंकी के घर पर भी छापेमार कार्रवाई की गई। पिता नंदकिशोर से जुड़े जमीनों के दस्तावेज रतलाम में बेटे के घर से जब्त किए। जिस ओल्ड ग्लोबस कॉलोनी में विकास सोलंकी रहते वह मकान भी उनके पिता के नाम मिला है। EOW की टीम घर से दस्तावेज, मकान की रजिस्ट्री, बैंक अकाउंट व लॉकर की जानकारी लेकर गई है। इसके अलावा रतलाम स्थित घर से करीब 40 से 45 हजार रुपए कैश भी जब्त किया है।
बहुचर्चित राजीव गांधी सिविक सेंटर में हो चुकी एफआईआर
7 और 9 मार्च 2024 को रतलाम नगर निगम के सम्मेलन में पार्षदों ने सिविक सेंटर के प्लॉट्स अवैध रूप से बेचे जाने की शिकायत की थी। कहा था कि मेयर इन काउंसिल (एमआईसी) के संज्ञान में लाए बगैर खाली प्लॉट्स की रजिस्ट्री कराई गई है। 11 जून-2024 को उज्जैन लोकायुक्त ने रतलाम नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त एपीएस गहरवाल, डिप्टी कमिश्नर विकास सोलंकी, रतलाम के उप पंजीयक प्रसन्न गुप्ता सहित जमीन खरीदने-बेचने वाले 36 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। लोकायुक्त की एक टीम रतलाम आकर मामले से जुड़े दस्तावेज भी ले गई थी। इसके बाद निगम आयुक्त गहरवाल को सस्पेंड भी कर दिया गया था। डिप्टी कमिश्नर पद से सोलंकी को हटाया गया था। लोकायुक्त ने माना था कि रतलाम नगर निगम के अधिकारियों द्वारा अन्य आरोपियों के साथ मिलकर जमीनों की रजिस्ट्री कराई गई। शासन को धोखे में रखकर इन्होंने करोड़ों की संपत्ति नियम विरुद्ध बेचकर आर्थिक नुकसान पहुंचाया था।