रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर सैलाना तहसील अंतर्गत हिन्दू धर्म का दुष्प्रचार का मामला सामने आने पर संगठनों में आक्रोश व्याप्त है। हिन्दू संगठन के विरोध के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। प्रशासन की जांच के बाद संत रामपाल के कथित 3 अनुयायियों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई हुई है। ऐहतियात बतौर प्रशासन पूरे मामले पर नजर रखने के साथ शासन को भी पत्र भेजा है।
गौरतलब है कि हाल ही में हिन्दू धर्म के दुष्प्रचार और साहित्य वितरण को लेकर अखिल भारतीय पुजारी संघ क्षेत्र व अन्य हिंदू संगठनों ने संयुक्त रूप से ज्ञापन सौंप नाराजगी जाहिर की थी। संगठन के पधादिकारियों का आरोप है कि सैलाना और आसपास क्षेत्र के कुछ कतिपय लोग जो की संत रामपाल के अनुयायी है, उनके द्वारा हिंदू धर्म ग्रंथों को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। यह कतिपय लोग घरों में लगी हिंदू देवी देवताओं की तस्वीरों को हटाने के लिए दबाव बना रहे है। हिंदू धर्म के तीज त्यौहार आदि पर कटाक्ष किए जाकर, पुस्तकों के माध्यम से दुष्प्रचार किया जा रहा है। ज्ञापन में धार्मिक भावना भड़काने वालों के नाम भी ज्ञापन के माध्यम से प्रस्तुत किए गए थे। सैलाना एसडीएम स्तर पर मामले की जांच उपरांत पुलिस ने गोविंद पिता हुकमचंद कुशवाह, विजय पिता शांतिलाल सिसोदिया एवं रवि पिता राजेंद्र परिहार के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर दी गई है।
यह साहित्य वितरण के बाद उपजा था आक्रोश
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र सैलाना सहित आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ माह से संत रामपाल के अनुयायी सक्रिय हुए थे। हिन्दू संगठन और पुजारी संघ के पास निरन्तर मिल रही जानकारी के बाद उन्होंने दुष्प्रचार करने वाले साहित्य एकत्र कर पढ़ा तो गीता तेरा ज्ञान अमृत, जीने की राह आदि ऐसी पुस्तकें पाई गई, जिनमें हिन्दू देवी देवताओं को लेकर कई विवादित लेख हैं।
मामले में जिम्मेदारों का क्या कहना
1- कुछ लोगों द्वारा आपत्तिजनक साहित्य और दुष्प्रचार कर भावना भड़काने की शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर 3 लोगों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। – शिवमंगल सिंह सेंगर, टीआई-सैलाना थाना
2- शिकायत मिलने पर मामला संज्ञान में लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। इस प्रकार के प्रकाशनों पर भी रोक लगे इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी आगे पत्र भेज रहे हैं। – मनीष जैन, एसडीएम-सैलाना