रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर में गली-मोहल्ले से लेकर चौराहों पर बेख़ौफ़ संचालित जुए-सट्टे की सैकडों शिकायतों पर एसपी अभिषेक तिवारी की कार्रवाई के बाद से अधीनस्थ अधिकारियों से लेकर थानों पर तैनात कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इसी का उदाहरण दोपहर में माणकचौक थाना क्षेत्र में देखने को मिला। अपनी साख बचाने के लिए थाना प्रभारी अनुराग यादव ने कसारा बाजार और चांदनी चौक सहित मोमिनपुरा क्षेत्र में खुलेआम सट्टा लिखते सटोरियों को गिरफ्तार किया। वहीं सट्टा वाले अन्य स्थानों पर पैदल ही निरीक्षण करते हुए पुलिस का ख़ौफ दिखाते नजर आए। गौरतलब है की सट्टे पर थानों की कार्रवाई से नाखुश एसपी तिवारी ने एक्शन लेते हुए अपने स्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कार्रवाई का दौर वर्तमान में ऐसे जुआरी-सटोरियों के खिलाफ जारी है जिसे वन्देमातरम् न्यूज ने प्रमुखता से प्रकाशित कर जिम्मेदारों का ध्यान आकर्षित कराया था।
एसपी की इस कार्रवाई से जुआरी-सटोरियों के अलावा उन्हें संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों की सांसें फूली हुई है। सूत्रों के अनुसार जुए-सट्टे संचालित करने वालों को हिरासत में लेकर उनके मोबाईल के आधार पर कॉलडिटेल भी निकाली जा रही है। इसके आधार पर संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही इन्हें सरंक्षण देने वाले पुलिसकर्मियों की सूचि तैयार कर उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी। थाना प्रभारी अनुराग यादव ने बताया की कसारा बाजार में अवैध सट्टे संचालन की सूचना लगातार मिल रही थी। जिसके बाद दबिश देकर फिरोज और दाऊद को गिरफ्तार किया। दोनों के पास से नगद राशि व हिसाब पर्चियां भी जप्त की गई।
माणक चौक थाने के विभिन्न स्थानों पर संचालित हो रहे सट्टे से आम नागरिक भी परेशान है, जो कई बार शिकायत कर चुके हैं। मगर कार्रवाई करने में हमेशा पुलिस पीछे रही। क्षेत्र के नागरिकों का कहना है की जिस स्थान पर सट्टा संचालित हो रहा था, उसकी जानकारी होते हुए भी अब जाकर दबिश देकर कार्रवाई की गई। जबकि हम काफी लंबे समय से शिकायत कर रहे थे। खेर कहीं ना कहीं इस दबिश के बाद से माणकचौक थाने की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में नजर आ रही है।
अलग से गठित टीम कर रही धरपकड़, थानों पर सूचना नहीं
एसपी द्वारा जुआरी-सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर संबंधित थाने के कर्मचारियों से काम नहीं लिया जा रहा है। सूत्रों की माने तो एसपी तिवारी को जाँच में यह जानकारी मिली है कि पूर्व में स्थानीय रहवासियों ने अपने स्तर पर जुए-सट्टे की संचालित गतिविधियों की थाना प्रभारी से लेकर बीट प्रभारी को भी सूचना दी थी। सूचना के आधार पर पुलिस ने जुए-सट्टे संचालित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हुए उल्टा शिकायतकर्ता की बदमाशों को जानकारी दी। नतीजतन बदमाशों ने सूचनाकर्ता रहवासियों को डराया-धमकाया। इससे आमजन में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जमकर नाराजी भी देखने को मिल रही है।