रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम शहर के एक मात्र भारत माता मंदिर समता परिसर पर स्वत्रंता दिवस पर ध्वजारोहण स्वराज अमृतम होत्सव समिति के संयोजक महेन्द्र गादिया व सह संयोजक विम्पी छाबड़ा की उपस्थिति में समता परिसर समता सिटी अरिहंत परिसर के वासियों द्वारा किया गया।
रात्रि में गिरते पानी मे 8 बजे वकील नाथ राठौड़ की टीम ने भारत माता की आरती की। वंदेमातरम् का गायन भी किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष देवेन्द्र जैन, सचिव हरीश शुक्ला कॉलोनाईजर प्रितेश गादिया, समिति एडवोकेट राजेन्द्र सिंह पंवार, महेश चौबे, प्रभुसिंह राठौड़, सीबी दुबे, सीएल डार्बी, यशपाल पंवार, लोकेश ठाकरे, सौरभ अग्रवाल, अशोक राठौड़, आशीष पाटीदार, श्रीमती पाटीदार, चन्दन दीक्षित, अनिल बम, गोपाल पोरवाल, नरेन्द्र पाटीदार, राजेन्द्र वराला आदि उपस्थित थे।
खुशी के आंसू निकले
रतलाम शहर के विरियाखेड़ी स्थित वृद्धाआश्रम में आजादी का पर्व मनाया गया। कई बुजुर्गों की आंखे अपनी मातृभूमि के लिए छलक गई जिन्होंने यह 75 वर्ष अपनी आंखों से देखा। रेडक्रॉस प्रदेश प्रबंध समिति सदस्य महेन्द्र गादिया ने ध्वजारोहण किया। उन्होंने सम्बोधन में सबका आशीर्वाद लिया मिठाई वितरण की। इस अवसर पर दीपक दुबे, कुलदीप राहुल, मुरारी, गायत्री बाई, स्टाफ व बुजुर्ग उपस्थित थे।
समग्र जैन सोशल ग्रुप रतलाम ने मनाया आजादी का पर्व
समग्र जैन सोशल ग्रुप रतलाम के तत्वाधान में ग्रुप फेडरेशन सप्ताह व देश की आजादी के 75 वें वर्ष अमृत महोत्सव के अंतर्गत ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम आगामी रीजन अध्यक्ष प्रितेश गादिया व दीपेन्द्र कोठारी के आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत नवकार मंत्र के जाप के साथ हुई। तत्पश्चात रतलाम के सभी जैन सोशल ग्रुप, मेन, ग्रेटर, सेंट्रल, रत्नपुरी, यूथ, क्लासिक, मैत्री, शाइन एवं संस्कार ग्रुप के अध्यक्ष एवम् रीजन इलेक्ट अध्यक्ष प्रितेश गादिया, फेडरेशन से दीपेंद्र कोठारी ने संयुक्त रूप से मिलकर ध्वजारोहण किया। स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के पश्चात जेएसजी के जेएसजी फेडरेशन ध्वज का ध्वजारोहण भी सभी ग्रुप के अध्यक्ष एवं सचिवों ने मिलकर किया। यहां प्रमुख रूप से विनोद मेहता, रितेश मांडोत, विनीत पिपाड़ा, विकास चोपड़ा, पारस मान्डोत, दिपक चौरड़िया, संजय चोपड़ा, राहुल छाजेड़, निलेश चौरड़िया, अंकित गोरेचा, निलेश मूणत आदि सदस्य उपस्थित रहे। संचालन विनीत पीपाड़ा ने किया। आभार रितेश मान्डोत ने माना।