– जिले के अधिकांश थानों की पुलिस भी शराब ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई से मूंदे बैठी आंखें
चेतन्य मालवीय

सैलाना, वंदेमातरम् न्यूज।
जिले में शराब ठेकेदारों की डायरी सिस्टम हो या जहरीली शराब बनाने के अड्डे, बेखौफ संचालित हो रहे हैं। किराना दुकान, होटल, ढाबों से लेकर सैलून की दुकान तक गांव-गांव में परिवार उजाडऩे का धंधा काफी फल-फूल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आहतें बंद कर दिए हो लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में पर्दे के पीछे गांव-गांव में अवैध शराब की बिक्री को लेकर आबकारी विभाग और जिले के अधिकांश थानों की पुलिस आंखें मूंदे बैठी है। सैलाना थाना अंतर्गत धामनोद चोकी की पुलिस ने डोकरिया कुंड के नाले के पास भट्टी लगाकर अर्से से कच्ची (जहरीली) शराब निर्माण का भंडाफोड़ किया है।
चौकी प्रभारी लिलियन मालवीय ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि मुखबिर की सूचना पर डोकरिया कुंड निवासी सुखराम (42) पिता भीमाजी भगोरा को गिरफ्तार किया है। आरोपी सुखराम मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी-43 डिटी-5867 से 30-30 लीटर भरी जहरीली शराब गांवों के बेचने के लिए जा रहा था, उस समय वह शिकंजे में फंसा। सख्ती से पूछताछ के दौरान आरोपी सुखराम ने बताया कि वह अर्से से जहरीली शराब डोकरिया कुंड में घर के पीछे नाले में शराब बनाकर पॉलीथिन में पेक कर किराना दुकान, होटल, ढाबे, सैलून सहित चाय की होटलों पर बेचता था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने मौके पर पहुंच जहरीली शराब बनाने की भट्टी सहित अन्य उपकरण भी जब्त कर उसके खिलाफ 34/2 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया। धामनोद पुलिस द्वारा जहरीली शराब निर्माण की भट्टी पकडक़र आरोपी को गिरफ्तार कर आबकारी विभाग पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आबकारी विभाग की मनमानी हो या सांठगांठ इसका खामियाजा समाज के उन परिवार को भुगतना पड़ रहा है जिनके बच्चे इसकी लत का शिकार हो रहे हैं। 1 अप्रैल-2023 से नए शराब के ठेके शुरू होने के बाद आबकारी विभाग ने अभी तक एक भी ऐसी कार्रवाई नहीं की जिससे वह नियमों का पालन जिले में कराती नजर आ रही हो। मामले में सहायक आबकारी आयुक्त निर्जला श्रीवास्तव से संपर्क करने पर उनके द्वारा मोबाइल रिसीव नहीं किया गया।