रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
वर्षों के संघर्ष से प्राप्त कानूनी अधिकारों और श्रम कानूनों को खत्म कर निजीकरण को बढ़ावा देकर श्रमिकों को नोकरी से निकालने पर मालिकों के ऊपर कानूनी कार्यवाही करने से छूट देने वाली केंद्र और राज्य सरकारों के खिलाफ दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल सोमवार से शुरू हो गई है। जिला मुख्यालय रतलाम में भी श्रम संगठनों की संयुक्त समिति के तत्वावधान में आक्रोश देखा गया।
हड़ताल को श्रम संगठनों की संयुक्त समिति के अध्यक्ष कामरेड अश्विनी शर्मा ने संबोधित किया। कामरेड शर्मा ने बताया कि कोविड-19 की आड़ मे केंद्र सरकार ने कारपोरेटपस्त एजेंडे को ताबड़तोड़ लागू कर रही है। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा श्रम कानूनों को ध्वस्त कर हायर एंड फायर के हालात बना दिए है।
सभा को जिला इंटक कौन्सिल अध्यक्ष अरविन्द सोनी ने संबोधित भी संबोधित किया।
इसके अलावा सभा को बीमा यूनियन के प्रियेश शर्मा, आयकर महासंघ के एलआर मीणा, शिक्षक संघ के चरणसिंह यादव, पोस्टल यूनियन के आईएल पुरोहित, बैंक यूनियन के नरेंद्र जोशी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता यूनियन की कृष्णा सोनगरा, आशा उषा कार्यकर्ता यूनियन की मीनाक्षी गौर, वरिष्ठ कामरेड एचएन जोशी , बीएसएनएल यूनियन के दिनेश ऊंटवाल, एमआर यूनियन के हरीश सोनी, वेस्टर्न रेलवे एम्प्लोयी यूनियन के मंडल मंत्री मनोहर बारोठ, वेस्टर्न रेलवे मजदूर संघ के अभिलाष नागर आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान वरिष्ठ कामरेड हंसी शिवानी को प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। संचालन अभिषेक जैन ने किया एवं आभार स्नेहिल मोघे ने माना।
हड़ताल सफल, इन्होंने किया काम ठप
हड़ताल में बैंक, बीमा, सीटू, पोस्टल, एमआर यूनियन, तृतीय श्रेणी कर्मचारी, पेंशनर, आयकर महासंघ,इंटक,आंगनवाड़ी ,आशा उषा, इंटक कौंसिल, केमिकल वर्कर्स यूनियन आदि संगठनो के सभी सदस्य उपस्थित हुए थे। हड़ताल से कार्यालयों में भी काम पर असर देखा गया।