– वारदात के बाद पुलिस की औपचारिक कार्रवाई से परिजनों और समाजजन में भी उपजा था आक्रोश
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
चांदनीचौक में चाट व्यवसायी की हत्या के मामले में समाजजन और परिजन द्वारा आक्रोश कर मांग का असर हुआ। हमले के बाद माणकचौक पुलिस ने औपचारिक जांच के आधार पर कुल पांच आरोपियों पर कार्रवाई की थी, लेकिन पर्दे के पीछे मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं को नजर अंदाज कर दिया गया था। वंदेमातरम् न्यूज द्वारा मामले का खुलासा और परिजन सहित समाजजनों द्वारा अर्थी रख प्रदर्शन कर आक्रोश जाहिर करने के बाद वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आए। मामले में पुलिस ने षड्यंत्रकर्ता विराज सोनी और लक्की शर्मा को आरोपी बनाया है।
वंदेमातम् न्यूज की पड़ताल में विवाद का मुख्य कारण महिला को लेकर बताया गया था। षड्यंत्रकर्ता विराज हमले के दौरान वारदात स्थल पर मौजूद था, इसकी पुष्टि वंदेमातरम् न्यूज ने EXCLUSIVE वीडियो उजागर कर की। 19 जून की रात दीनदयाल नगर निवासी ईश्वरलाल कसेरा पुत्र यश कसेरा के साथ रोजमर्रा की तरह चाट का व्यवसाय कर रहे थे, इस दौरान पिता-पुत्र और हमला किया था। मामले को शुरुआत में पुलिस ने फ्री की चाट और हफ्ता वसूली की कहानी बनाकर आरोपी दर्शन उर्फ़ दादू पिता बलराम चौहान निवासी तेजा नगर, सोनू उर्फ़ सुनील पिता दीपक माली निवासी रत्नेश्वर रोड, देवेश उर्फ़ छोटू पिता अरुण कुमार माली निवासी कल्याण नगर और लक्की उर्फ़ कान्हा पिता पूनमचंद माली निवासी माली कुआ सहित एक अन्य बाल अपचारी के खिलाफ कार्रवाई की थी। वरिष्ठ अधिकारियों ने पूरे मामले में माणक चौक पुलिस द्वारा बरती लापरवाही या मनमानी को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। आरोपियों के नए सिरे से रिमांड के बाद जुटाए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले में षड्यंत्रकर्ता विराज सोनी और लक्की शर्मा को भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी का अपराधी मानते हुए प्रकरण दर्ज किया है। हालांकि दोनों षड्यंत्रकर्ता अभी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।
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