रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
रतलाम के वन विभाग में गड्ढा खोदने वाले मजदूर मंगलवार को जनसुनवाई में मजदूरी मांगने पहुंचे। मजदूरों का आरोप था कि उनके द्वारा की गई मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है और वन विभाग के नाकेदार द्वारा गांव के लोगों के खाते में राशि डालकर सीधे-सीधे भ्रष्टाचार किया गया। उमरिया से आए 35 मजदूरों ने वन्देमातरम् न्यूज को बताया कि वन विभाग के रेंजर द्वारा हमें मजदूरी के लिए ग्राम धनेसरा गड्ढे खोदने के लिए भेजा गया था। यहां पर उन्होंने 20 रुपए प्रति गड्ढे के मान से 17 हजार 535 गड्ढे खोदे जिसकी गिनती चौकीदार द्वारा की गई थी। जब मजदूरी के लिए नाकेदार को बोला तो उसने कहा कि पैसों की चिंता मत करो हमारी एक और साइड है जहां पर आप काम कर दो उसके बाद हम आपको नगद भुगतान कर देंगे।
इन्हीं मजदूरों द्वारा ग्राम लपटिया में 24 हजार गड्ढे खोदे गए। इसके बाद नाकेदार ने कहा कि 2 दिन का समय दो हम तुम्हारे खाते में राशि डाल देंगे। सप्ताहभर बीतने के बाद रोज टाला जा रहा है। मुद्दे पर विभाग के नाकेदार बृजेश पाटीदार से बात करने पर बताया कि मजदूरों को हम इनका भुगतान कर देंगे।
ग्रामीणों का कहना था कि नाकेदार द्वारा गांव के लोगों के खाते लगाकर उसमें राशि डाल दी गई। इसके पहले भी मजदूरी नहीं मिलने पर श्रमिक कलेक्ट्रेट में आए थे और उन्हें शिकायत करने पर काम से हटा दिया गया था।