रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिले में दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। शहर सहित अंचल में धूमधाम से भगवान गोवर्धन की पूजा की गई। बता दें आई सूर्यग्रहण के चलते गोवर्धन पूजा इस बार एक दिन बाद हुई है। गोपालकों के हाथों सजे और संवरे गोवंशों की विधि-विधान पूर्वक पूजन-अर्चन की गई, इसके साथ ही पर्व के दौरान सभी ने बड़े-बुजुर्गों की चरण-वंदन कर आशीर्वाद गृहण किया।
गोवर्धन पूजा के उपलक्ष में मध्य प्रदेश सरकार ने भी 26 अक्टूबर को पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और जल संरक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। भोपाल में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए।इस दिन गौ-पालक गाय व भैंसों को विशेष रूप से सजाते है।
मालवा में गोवर्धन पूजा के दिन ही धोक पड़वी का त्यौहार भी मनाया जाता है। इस दिन सभी एक – दूसरे के घर जाकर दीपावली की शुभकामनाएं देते है। मान्यता है कि श्रीकृष्ण भगवान ने देवराज इंद्र के अंहकार का नाश करने के लिए गोकुलवासियों को गोवर्धन पर्वत की पूजा करने के लिए प्रेरित किया था।
प्राचीन परंपरा आज भी है कायम
प्राचीन समय से चली आ रही परंपरा आज भी रतलाम में कायम है। शहर में महिलाएं सुबह जल्दी उठकर भगवान गोवर्धन का गौबर से प्रतीकात्मक रूप बनाती है। महिलाएं खीर-पूड़ी का भोग लगाकर पूजा करती है। भगवान गौवर्धन की पूजा के बाद आतिशबाजी भी की जाती है। इसी दिन गौ-पालक गाय व भैंसों को सजा-संवारकर तैयार करते है।