रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
रतलाम की रेलवे कॉलोनी में जर्जर आवास अब आपराधिक गतिविधियों के अड्डे बन गए है। एक ऐसे ही जजर्र आवास में चल रहे जुआ घर पर बीती आधी रात को आरपीएफ ओर जीआरपी की सयुंक्त दबिश कार्रवाई में 35 जुआरी पकड़े गए। इनके पास से करीब 2.17 लाख राशि जब्त की गई।
इन जुआरियों को घटना स्थल से जीआरपी थाने एक बस में भर कर लाने में काफी समय लगा दिया। जुआरियों से भरी हुई बस को करीब डेढ़ घण्टे तक रेलवे कॉलोनी में ही खड़ा रखा गया। वरिष्ठ अधिकारियों के मामला संज्ञान में आने के बाद सभी को चौकी पर लाया गया।
जीआरपी की भूमिका पर सवाल
रेलवे कॉलोनी में इस तरह से एक रेल आवास में इतने बड़े पैमाने पर जुआ घर चलने की इस घटना से जीआरपी की भूमिका पर सवाल उठ रहे है। रेलवे कॉलोनी में रेल कर्मचारी रहते है। ऐसे में रेल परिवारों के बीच इस तरह से एक रेल आवास में इतने बड़े पैमाने पर जुआ घर का चलना बिना जीआरपी की मिलीभगत के संभव नही लगता है। अब पकड़े जाने के बाद जीआरपी के अधिकारी भी ज्यादा कुछ कहने से बच रहे है। जीआरपी टीआई लालचंद सिसोदिया का कहना है कि यह जुआ घर कोई संचालित नही कर रहा था। सभी जुआरी खुद ही यहां आकर खेलने लगे थे। अगर ऐसा है तो जीआरपी द्वारा कालोनी में की जाने वाली गश्त पर भी सवाल उठते है कि गश्त के नाम पर क्या केवल खानापूर्ति की जा रही है।
पूर्व में पकड़ाएं
ऐसा नही है कि रेलवे कॉलोनी में पहली बार जुआ पकड़ा गया। पूर्व में भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है। लेकिन सवाल यही उठता है कि आखिर कौन रेलवे कॉलोनी में अवैध रूप से यह गतिविधियां संचालित करता है। यह भी बात सामने आई है कि रात में हुई उक्त कार्रवाई में करीब 40 से अधिक लोग थे व राशि भी लाखों में थी। लेकिन जीआरपी ने 2.17 लाख राशि जब्ती में बताई है।