
– समाधि स्थल की उपेक्षा कर रही है सरकार, मामा बालेश्वर को भारत रत्न देने की मांग
बामनिया, वंदेमातरम् न्यूज। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व राज्यसभा सदस्य और समाजवादी चिंतक मामा बालेश्वर दयाल की 25वीं पुण्यतिथि बामनिया में मनाई गई। इस अवसर पर मामा बालेश्वर दयाल जी के लाखों अनुयायियों ने समाधि स्थल पहुंचकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान आश्रम में भजन, कीर्तन होता रहा।
समाधि स्थल पर इंदौर के पत्रकार रामस्वरूप मंत्री द्वारा संपादित स्मारिका “भीलांचल के गांधी : मामा बालेश्वर दयाल” का लोकार्पण पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम, पत्रकार क्रांति कुमार वैद्य, पर्यावरणविद् डॉ खुशाल सिंह पुरोहित, गोविंद यादव, जयस संरक्षक डॉ. अभय ओहरी, समाजवादी नेता राजू अग्रवाल, मास्टर रामलाल निनामा, पत्रकार सत्यनारायण शर्मा, दिनेश सिंह कुशवाह, लीलाधर चौधरी, डॉ सोमेश्वर सिंह एवं इंद्रसेन निमोनकर द्वारा किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने कहा कि मामा जी की पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में अनुयाई बामनिया पहुंचते हैं लेकिन प्रशासन द्वारा अनुयायियों के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। सरकार मामाजी को भारत रत्न देने की बजाए उन्हें तिरस्कृत कर रही है। डॉ. सुनीलम ने कहा कि वर्तमान में गुजरात मॉडल की नहीं मामाजी के सामाजिक आर्थिक मॉडल की देश को जरूरत है।
जयस संरक्षक डॉ अभय ओहरी ने कहा कि समाधि स्थल का विकास एक शिक्षण केंद्र के तौर पर किया जाना चाहिए तथा मामाजी का संग्रहालय स्थापित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा जयस मामाजी के सपनों को साकार करेगा। डॉ. पुरोहित ने कहा कि समाज परिवर्तन हेतु मामा जी ने अपना पूरा जीवन लगाया था। इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को मामा बालेश्वर दयाल शोध पीठ की स्थापना करनी चाहिए जिससे नई पीढ़ी मामा जी के विचारों से जुड़ सके। पत्रकार रामस्वरूप मंत्री ने कहा कि मामा बालेश्वर दयाल के विचारों के प्रचार प्रसार को लेकर हमने क्रांति कुमार वैद्य एवं डॉ सुनीलम के साथ मिलकर अब तक 20 पुस्तिकाएं एवं स्मारिकाएं प्रकाशित की है, प्रकाशन का कार्य आगे भी जारी रहेगा। बामनिया कार्यक्रम राजस्थान की वयोवृद्ध समाजवादी नेत्री मालती बहन की उपस्थिति एवं संरक्षण में संपन्न हुआ।