रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर के भीतर ज्वलनशील पदार्थ और कबाड़ की दुकानों को हटाने की कार्रवाई के बीच मंगलवार को जमकर विरोध देखा गया। बिरियाखेड़ी में कबाड़ गोदाम हटाने के दौरान अधिकारियों के सामने विरोध जताने के बाद आक्रोशित कबाड़ बिनने वाली महिलाएं एवं गोदाम संचालक स्टेशन रोड स्थित विधायक चेतन्य काश्यप के निवास पहुंचे। भेदभावपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाते हुए महिलाओं ने कहा कि जिला प्रशासन के कारण वह रोजी-रोटी के संकट से जूझ रहे हैं। एसडीएम की समझाइश के बाद महिलाएं और गोदाम संचालकों ने ज्ञापन सौंपा।
बता दें कि मोहननगर क्षेत्र में करीब दो माह पूर्व प्लास्टिक के गोदाम में भीषण आग की घटना के बाद जिला प्रशासन ने शहर के भीतर ज्वलनशील पदार्थ और कबाड़ की दुकानों को हटाने का निर्णय लिया था। शुरुआत हाट रोड स्थित कबाड़ दुकान हटाने के बाद मंगलवार को बिरियाखेड़ी क्षेत्र में कार्रवाई हुई। कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में कबाड़ बिनने वाली महिलाएं एकत्र हो गई और उन्होंने विरोध जताया। सूचना पर एसडीएम अभिषेक गेहलोत, नगर निगम कमिश्नर सोमनाथ झारिया एवं सीएसपी हेमंत चौहान को भी विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बाद आक्रोशित महिलाएं और गोदाम संचालक सहित उनके परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में स्टेशन रोड विधायक निवास पहुंचे। विधायक काश्यप से मिलकर समस्या को अवगत कराने की जिद पर अड़े रहने के करीब 1 घंटे बाद मौके पर एसडीएम गेहलोत पहुंचे तब उनसे कबाड़ गोदाम संचालकों ने कहा कि जैसे गोल्ड कॉम्पलेक्स बनाकर सराफा व्यवसायियों को शिफ्ट किया जाएगा उसी तरह उन्हें भी निश्चित स्थान दिया जाए। एसडीएम गेहलोत ने रिहायशी इलाके से बाहर गोदाम बनाने की समझाइश दी।