रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
आतंकियों की स्लीपर सेल सूफा सदस्य शाहिद उर्फ मूली पिता रमजानी शेरानी (41) मूल निवासी रतलाम 8 माह की तलाश के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा है। एक देसी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार शाहिद उर्फ मूली पुलिस रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है। खास बात यह है कि मार्च-2022 में जयपुर दहलाने की कोशिश से पूर्व निंबाहेड़ा पुलिस के गिरफ्त में आए रतलाम निवासी सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला का यह छोटा भाई है। करीब 12 किलो आरडीएक्स के साथ सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला सहित जुबेर और अल्तमस की गिरफ्तारी के बाद हिस्ट्रीशीटर शाहिद की तलाश थी। शातिर शाहिद सरेंडर के पूर्व एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) और एटीएस (एंटी टेररस्मि स्कवॉड) से पूछताछ नहीं होने की शर्ते पुलिस तक पहुंचा रहा था।
बहुचर्चित कपिल राठौड़ हत्याकांड का मुख्य आरोपी और देशद्रोही गतिविधियों में जुडक़र जयपुर दहलाने की कोशिश में आरडीएक्स के साथ गिरफ्तार सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला पिता रमजानी शेरानी का छोटा भाई शाहीद उर्फ मूली के खिलाफ अलग-अलग थानों में कई गंभीर अपराध दर्ज है। बहुचर्चित राठौड़ हत्याकांड के बाद शाहीद उर्फ मूली बदनावर स्थित शेरानीपुरा में रहने लगा था। जांच एजेंसियों की मानें तो आतंकी संगठन सूफा में सरफुद्दीन उर्फ सैफुल्ला की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई राज उगलने पर शाहिद उर्फ मूली की तलाश थी। शातिर शाहिद उर्फ मूली पिछले आठ माह से राजस्थान, महाराष्ट्र एवं उत्तरप्रदेश के अलग-अलग जिलों में रहकर पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था। सूत्रों के अनुसार शाहिद उर्फ मूली ने मध्यस्ता के माध्यम से सरेंडर के कई बार प्रयास किए।
दो साल पहले अजमेर उर्स में खरीदी थी पिस्टल
हिस्ट्रीशीटर शाहिद उर्फ मूली के पास देसी पिस्टल और दो जिंदा कारतूस के साथ औद्योगिक पुलिस ने गिरफ्तारी दशाई। पूर्व में गंभीर अपराध दर्ज होने पर कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के यहां रासुका पेश कर उसे भेरूगढ़ (उज्जैन) भेजा। रासुका याफ्ता शाहिद उर्फ मूली के पास से जो देसी पिस्टल बरामद हुई है वह उसने दो वर्ष पूर्व अजमेर उर्स से खरीदना बताया है। यह पिस्टल उसने अजमेर उर्स में किससे खरीदी इसकी जानकारी नहीं दी।