रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
दाहोद-उज्जैन मेमू पेसेंजर को बिलड़ी स्टेशन पर नियमित ठहराव है। इस ट्रेन को बिलड़ी स्टेशन आते रोकना था। मगर ट्रेन को स्टेशन मास्टर ने थ्रू सिंग्नल दे दिया। हालांकि लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को होम सिंग्नल पर ही रोकी तथा लूप लाइन में ले जाकर ठहराई गई। ट्रेन यदि सिंग्नल के मान से सीधी रवाना होती तो उसमे सवार कई यात्री अगले स्टेशन तक पहुंच जाते। मामला 16 अगस्त सोमवार का है। विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आई
जानकारी के मुताबिक ट्रेन दाहोद से रवाना हुई। गार्ड अनीस अहमद मंसूरी व लोको पायलट को हर स्टेशन पर ट्रेन ठहरने के सिंग्नल मिला। बिलड़ी स्टेशन पर भी ट्रेन का ठहराव है। वहां आते स्टेशन मास्टर ने ग्रीन सिंग्नल दे दिया। लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाई और ट्रेन सिंग्नल पॉइंट पर रोकी। बाद में ट्रेन को फौरन दूसरी लाइन पर लेकर रोकी। सिंग्नल की गड़बड़ी से यदि उसी लाइन पर ट्रेन रोकी तो पीछे दूसरी ट्रेन से दुर्घटना भी संभावित थी।