रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर के अजंता पैलेस में रविवार को साहित्य समागम कार्यक्रम आयोजित किया गया। “कर्तव्यों पर नैतिक बुनियाद” आयोजन का मुख्य विषय रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में झाबुआ के गांधी कहे जाने वाले पद्मश्री पुरुस्कार से सम्मानित एवं झाबुआ अलीराजपुर क्षेत्र के आदिवासियों के उन्नयन तथा प्रगति के लिए समर्पित महेश शर्मा उपस्थित रहे। इस दौरान शिक्षा के 15 बिंदुओं पर आधारित “दी प्रोजेक्ट डायरी” का अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया।
आयोजनकर्ता निसर्ग दुबे ने बताया की “दी निसर्ग कलचरल एन्ड एजुकेशनल वेलफेयर सोसाइटी” द्वारा यह आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित प्रबुद्धजनों के समक्ष वर्तमान समय मे कुछ जटिल सामाजिक समस्याओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म “Where Are We” का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि पद्मश्री महेश शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा की किसी भी व्यक्ति की सच्ची सफलता उसके जीवन मूल्यों एवं नैतिकता से तय होती है ना कि उसके धनबल अथवा जनबल से। जीवन में कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी के साथ साथ नैतिक मूल्यों का होना भी अत्यावश्यक है।
उल्लेखनीय है कि झाबुआ का गांधी के नाम से मशहूर महेश शर्मा अपनी संस्था “शिवगंगा” के माध्यम से विगत अनेक वर्षों से आदिवासियों के बीच “जल, जंगल, जमीन और जानवर” को आधार बनाकर कार्य कर रहे है। आदिवासी क्षेत्र के ग्रामवासियों की समस्या को दूर करने के लिए आदिवासियों के पुराने तरीके “हलमा” का भी आयोजन करते है। उनकी इन विशिष्ट सेवाकार्यों के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री पुरुस्कार से सम्मानित किया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रतलाम के समाजसेवी अनिल झालानी ने की। कार्यक्रम के पूर्व उल्हास, उत्सव तथा बेबी रोमा अग्निहोत्री ने देशभक्ति एवं सामाजिक संदेश वाले गीतों की प्रस्तुति दी। साहित्य समागम के इस आयोजन में पर्यावरणविद खुशहाल सिंह पुरोहित, गायत्री परिवार के विवेक चौधरी, रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम के सुभाष शर्मा, समाजसेवी गोविंद काकानी, प्रवीण उपाध्याय, राजेश सक्सेना सहित रतलाम के अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित थे।