
– त्योहार पूर्व जिला और पुलिस प्रशासन की शांति समिति की बैठक पर सवाल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। शक्ति और आराध्य के महापर्व में रतलाम में पहली बार लेटर और पोस्टर वॉर सामने आया है। रतलाम शहर काजी अहमद अली ने नवरात्रि पर्व में सोशल मीडिया पर चल रहे संदेशों को देखते हुए मुस्लिम समाज से अपील की है कि वो मेला और गरबा देखने नहीं जाए और अपने घरों में रहे। दूसरी तरफ गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के पोस्टर लगाए गए हैं। अचानक शुरू हुई इन कवायद के बाद हाल ही में हुई त्योहार पूर्व शांति समिति की बैठक पर सवाल खड़े हो गए है। जिला और पुलिस प्रशासन की शांति समिति की बैठक को आमजन अब अलग नजरिए से देख रहे हैं। लेटर और पोस्टर वॉर के बाद से रतलाम पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। शुक्रवार रात एसपी अमित कुमार, एएसपी राकेश खाखा, सीएसपी अभिनव वारंगे सहित थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा शहर के तमाम गरबा पंडालों के अलावा मेले का जायजा लेने पहुंचे।
गरबा पंडालों में मां की आराधना का उल्लास चरम पर पहुंच चुका है। गरबा पंडाल रंग-बिरंगी रोशनी से सजे हुए है। इस बीच गरबा पंडाल में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक को लेकर हिंदू संगठन आगे आए है। शहर के हिंदू संगठनों ने गरबा प्रांगण के प्रवेश द्वार पर आयोजन समिति की सहमति से गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के बैनर लगाए है। मां कालिका माता मंदिर, पैलेस नवयुवक मंडल महलवाड़ा, श्री राम नवयुवक मंडल राम मंदिर, मां पद्मावती माता मंदिर चार बत्ती चौराहा आदि गरबा पंडालों के एंट्री गेट पर गैर हिंदु के प्रवेश की रोक के बैनर लगाए गए है। आयोजन समितियों की ओर से गरबा खेलने के दौरान मर्यादित वेशभूषा में गरबा खेलने की बात भी लिखी गई है। दीनदयाल नगर गरबा समिति ने बनाई नियमावली दिनदयाल नगर में गरबा समिति द्वारा नियमावली बनाई है। जिसमें 4 बिंदु मुख्य रूप से लिखे गए है। जिनमें अश्लील वस्त्रों में प्रवेश निषेध, बॉलीवुड गाने बंद रहेंगे (भजन या भगवान के गाने चलेंगे), शराब पीकर आना सख्त मना है और हिंदू धर्म के अलावा दूसरे सभी धर्म के लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई है। इन चारों बिंदुओं का बैनर भी समिति ने लगाया है।
शहर काजी का लेटर बन चुका चर्चा का विषय

रतलाम शहर काजी सैयद अहमद अली ने मुस्लिम समाज के नौजवानों, युवतियों और माताओं से अपील की है कि वह मेला और गरबा देखने न जाए। शहर काजी ने बकायदा इसके लिए एक लेटर भी जारी किया है। जिसमें लिखा है कि…’तमाम रतलाम की मुस्लिम अवाम से गुजारिश है कि मुस्लिम नौजवान, मुस्लिम मां और इस उम्मत की बाहया बेटियां नवरात्रि पर्व पर न ही मेले में जाए और न ही गरबे देखने जाए। वक्त हालात को मद्देनजर रखते हुए अपने घरों में रहे। बाजार, मेलों में घूमना दीन-ए-इस्लाम में जाइज नहीं है लिहाजा ऐसे गैर दीनी मामलात में सख्ती से बचा जाए।’ शहर काजी सैयद अहमद अली ने वंदेमातरम् न्यूज से चर्चा कर कहा कि वर्तमान माहौल को देखते हुए ये लेटर जारी किया है। रतलाम बहुत अच्छा शहर है। रतलाम में ऐसा कुछ नहीं चलता है। बाहर से जो वाट्सएप पर चल रहा है इसको देखते हुए हमने हमारी मां, बहनों को मना किया है कि गरबा वगैरह में ना जाए। अपने घरों में रहे।
मॉं आदि शक्ति के पर्व पर एक बहुत ही समझदार और नेक नीयत कौ़म ने अच्छी कोशिश की है! ! मॉं के पर्व पर मॉं, बेटी, बहू को तो अच्छी समझाइश दी है /
वैसे तो रही बात पुरूषों की तो वो बाप ,भाई, बेटा, दामाद, और दोस्त -यार, लड़का वगैरह जो भी हो, समझदारी की घांस तो इन्होनें ही चरी है! !!