रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
जिले के आलोट में शराब ठेकेदारों के बीच ज्यादा लाभ कमाने की लड़ाई में युवक को मौत की घाट उतारने के मामले में 5 माह से फरार चल रहा एक और आरोपी 1500 किलोमीटर दूर से गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्य आरोपी शराब ठेकेदार ने साथियों के साथ पार्टनर के साढू की नृशंस हत्या को अंजाम दिया था। मृतक युवक शराब दुकान पर कलेक्शन का काम करता था।
दरअसल मामला आलोट अनुविभाग के बरखेड़ाकलां थाना क्षेत्र का है। जहां 22 मई देर रात 1.30 बजे पार्टनर धर्मवीर सिंह का साढू शक्तिसिंह व तीन अन्य लोग ठेके से कलेक्शन की राशि लेकर लौट रहे थे, तभी मुख्य आरोपी पार्टनर लोकेन्द्रसिंह व उसके साथियों ने रास्ता रोककर शक्तिसिंह, महेन्द्र व प्रवीण पर तलवार व रॉड से हमला कर दिया। इसमें शक्तिसिंह की मौत हो गई थी तथा दो घायल हुए थे। इनसे 24 हजार 745 रुपए भी लूटे गए पुलिस ने हत्या व डकैती का केस दर्ज कर मामले में जांच शुरू की। पुलिस मुख्य आरोपी सहित 9 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। लेकिन हत्या में शामिल एक आरोपी बड़े शातिर तरीके से पिछले 5 महीने से पुलिस को चकमा दे रहा था। जिसे आखिरकार रतलाम पुलिस ने सायबर की मदद से उत्तरप्रदेश के गौरखपुर से गिरफ्तार किया।
ऐसे पकड़ में आया शातिर आरोपी
आलोट एसडीओपी शाबेरा अंसारी ने वन्देमातरम् न्यूज को बताया कि एसपी अभिषेक तिवारी के निर्देशन में टीम का गठन हुआ था। 10 आरोपियों में से 9 की गिरफ्तारी होने के बाद शेष बचे आरोपी ध्रुवप्रसाद पिता चन्द्रिका प्रसाद निवासी नागदा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जिसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। मामले में न्यायालय के समक्ष चालान पेश कर आगे कार्रवाई की जाएगी। फरार आरोपी ध्रुवप्रसाद बड़े शातिर तरीके से पुलिस को चकमा दे रहा था। वह 1500 किमी दूर उत्तरप्रदेश के गौरखपुर में गांव जंगल डूंगरी में छुपा था। इससे पहले भी वह कई बार अपनी लोकेशन बदल चुका था। मुखबिर तंत्र व सायबर टीम के लगातार प्रयासों से रतलाम पुलिस ने गौरखपुर जा कर घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार कर रतलाम लेकर आई। आरोपी को पकड़ने में एसआई विष्णु वास्कले, सायबर प्रभारी एसआई श्रवण सिंह भाटी, प्रधान आरक्षक अखिलेश, आरक्षक अभिनन्दन व विपुल भावसार का कार्य सरहानीय रहा।