– कलेक्टर को शिकायत कर निर्माण कार्य रोकने और हाईकोर्ट में गलत जवाब प्रस्तुत करने वाले दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की मांग
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। शहर के 134 करोड़ के गोल्ड कॉम्प्लेक्स निर्माण में नगर निगम की भूमि सांठगांठ कर उपलब्ध कराने के आरोप उठ गए हैं। प्रभावित गुमटी संचालकों की ओर से इंदौर हाईकोर्ट में दायर याचिका के एवज में नगर निगम ने जवाब प्रस्तुत किया कि उक्त प्रमुख मार्ग पर ट्रैफिक जाम के कारण गुमटियां हटाई हैं, जबकि गुमटी हटाने के बाद उक्त भूमि पर समदड़िया बिल्डर्स ने पतरे ठोंक गोल्ड कॉम्प्लेक्स का अवैध निर्माण किया जा रहा है। मामले में अब प्रभावितों ने कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को लिखित शिकायत कर नगर निगम प्रशासन के अधिकारी पर बिल्डर्स से सांठगांठ के गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिकायतकर्ता बद्रीलाल, कन्हैयालाल, लुकमान और रहमत बाई ने कलेक्टर लाक्षाकार के नाम तीन पेज की लिखित हस्ताक्षरयुक्त शिकायत प्रस्तुत की है। शिकायत में उल्लेखित है कि उनके अलावा कुल 14 लोगों के जीवनयापन के लिए निगम प्रशासन द्वारा नगर निगम भवन के सामने 40 वर्ष पूर्व गुमटी संचालन के लिए भूमि आवंटित की गई थी। इसका विधिवत् मासिक शुल्क भी जमा किया जा रहा था। करीब एक वर्ष पूर्व रतलाम नगर निगम के अधिकारी जेसीबी और मजदूर लेकर पहुंचते हैं और सामान जबरदस्ती बाहर निकालकर गुमटियां तोड़ देते हैं। गुमटियां तोड़ने के बाद समाचार-पत्रों से उन्हें पता चलता है कि गोल्ड कॉम्प्लेक्स का निर्माण वन विभाग की नर्सरी वाली भूमि पर किया जाना है। लेकिन गुमटियां हटाने के बाद समदड़िया ग्रुप ने उक्त स्थान को भी अवैध तरीके से कब्जे में ले लिया। शासन द्वारा गोल्ड कॉम्प्लेक्स के लिए जो भूमि आवंटित की गई है वह भूमि नाले के उत्तर दिशा की है और नाले के पश्चात दक्षिण दिशा में गांधी उद्यान और नगर निगम द्वारा आवंटित भूमि पर गुमटियां संचालित कर हमारे द्वारा परिवार का पालन-पोषण किया जा रहा था। नियम विपरित गुमटियां हटाकर नगर निगम प्रशासन ने उक्त स्थान के वर्षों पुराने पेड़-पौधे नष्ट कर समदड़िया बिल्डर्स को अवैध तरीके से लाभ पहुंचाया जा रहा है।
कोर्ट में गलत जानकारी निगम ने की प्रस्तुत
शिकायत में दर्शाया है कि उनके द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका भी प्रस्तुत की गई है याचिका दायर होने के बाद रतलाम नगर निगम द्वारा प्रस्तुत जवाब में गुमटी हटाने के पीछे प्रमुख कारण रोड पर यातायात का दबाव होने से जाम के चलते गुमटियां हटाना बताया। जबकि वर्तमान में उक्त भूमि पर समदड़िया बिल्डर्स द्वारा पतरे लगाकर अवैध तरीके से निर्माण किया जा रहा है। शिकायतकर्ताओं की मांग है कि समदड़िया बिल्डर्स नगर निगम की भूमि पर अतिक्रमण कर अवैध तरीके निर्माण कर रहा है, जिसे तत्काल रोका जाए और उनकी भूमि पुन: आवंटित की जाए, जिससे वह स्वयं का और परिवार के पालन-पोषण कर आजीविका चला सकें।