रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम के रोटरी हॉल अजंता टॉकीज रोड पर चल रहे हस्तशिल्प मेले में 50 से ज्यादा हस्तशिल्पों के द्वारा अपनी कलात्मक हस्तशिल्प सामग्री यहां आने वाले हर एक को आकर्षित कर रही है। इस प्रदर्शनी में प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के भी शिल्पकार शामिल हुए हैं जो आज के आधुनिक युग में मशीनों से तो दूर है ही साथ ही हाथों से अपनी कला को निखार कर परंपरागत क्षेत्र में विशेषता वाली सामग्री का प्रदर्शन कर रहे हैं।


हस्त शिल्प मेला
हस्तशिल्प प्रदर्शनी एवं मेले का आयोजन संत रविदास मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम द्वारा किया जा रहा है। शिल्पकारों की कला यहां देखते ही बनती है। धार जिले के दुधी ग्राम से आए शिल्पकार ने कंपनी के जूते से बेहतर विकल्प दिया है और आम लोगों की जेब की सामर्थ्य अनुसार उच्च गुणवत्ता के सुधार के जूते बनाए हैं। ग्राम दूधी के निवासी प्रमोद पल्ले और उनकी पत्नी सीमा पल्ले जूते बनाने में इन्हें महारत हासिल है। कंपनी के जूते मशीन से बनकर तैयार होते हैं उनके लिए मार्केटिंग के प्रबंध जरूरत होती है और विज्ञापन आदि के आधार पर जूते की कीमत आम आदमी की क्षमता से बाहर हो जाती है। लेकिन प्रमोद और सीमा ने आम लोगों को भी अपने हुनर से नामी कंपनियों के समांतर टिकाऊ और मजबूत जूते और चप्पलों की विशाल श्रंखला दे रहे हैं।
कंपनी के जूतों को दे रहे मात
मध्य प्रदेश सरकार ने दूधी गांव के शिल्पकारों के लिए गांव में विशेष प्रबंध किए उन्हें मशीनें उपलब्ध कराएं तो वहां लोग पहुंचने लगे लेकिन बायपास बनने के बाद गांव मुख्य मार्ग से कट गया जिससे अब यह शिल्पी प्रदेश में निगम के द्वारा लगने वाले मेले में भाग लेने लगे हैं और इसी श्रृंखला में रतलाम के रोटरी क्लब हाल अजंता टॉकीज रोड में आए हैं। यह शिल्पी हैदराबाद और चेन्नई से कच्चा लेदर विभिन्न सेड और डिजाइन में लाकर चप्पल और जूते बना रहे हैं। आधुनिकता की मांग को पूरी करने के लिए लेटेस्ट चप्पल भी इनके पास है जो पहनने में आरामदायक है कंपनी के जूतों को मात देते हुए नई नई डिजाइन में इस बार के प्रकार की जूते चप्पल मेले में लेकर आए हैं जो देखने और उपयोग करने के लिए उपयुक्त है।
सुबह 11 से रात 9 बजे तक निशुल्क आगमन
मेला प्रभारी दिलीप सोनी ने बताया कि दूरदराज से आए हैं सिर्फ शिल्पकार किस प्रकार अपने सामग्री का निर्माण करते हैं यह जानना चाहिए इसके लिए हर कला प्रेमियों को मेले में आना चाहिए। मेला सुबह 11 बजे से रात्रि 9 बजे तक आम जनता के लिए निशुल्क खुला है।