रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
पुलिस आरक्षक से अभ्रदता के बाद एफआईआर और निलंबन की कार्रवाई से घिरे ग्रामीण एसडीएम रीडर संजय जैन की मनमानी अभी भी बरकरार है। साढ़े तीन माह बाद भी पुलिस अपने विभाग के पुलिसकर्मी से अभद्रता के मामले में आरोपी एसडीएम रीडर जैन की वॉइस सैम्पल रिकॉर्ड नहीं कर सकी। इधर क़ानूनी सलाह पर आरोपी रीडर जैन ने पुलिस के नोटिस पर मेडिकल दस्तावेज भेज जवाब प्रस्तुत किया है कि वह अभी बीमार है।
बहुचर्चित मामला 3 नवंबर 2022 का रिंगनोद थाने में पदस्थ आरक्षक राकेश पाटीदार के साथ का है। आम्र्स एक्ट के एक प्रकरण में समंस तामिली के लिए तत्कालीन रतलाम ग्रामीण एसडीएम कृतिका भिमावत के कार्यालय में पदस्थ रीडर जैन को मोबाइल लगाया था। बदजुबान रीडर ने आरक्षक को मोबाइल फोन पर गाली-गलौच कर सस्पेंड करने की धौंस दे डाली थी। वायरल ऑडियों में आरक्षक विनम्रता पूर्वक समंस तामिली का निवेदन करते सुनाई दे रहा था। बदजुुबान रीडर जैन एसपी का नाम पूछने के साथ डांट-डपट और अभद्रता करता सुनाई दे रहा था। आरक्षक को मोबाइल फोन नहीं रखने और अभिषेक यानी एसपी से निलंबित कराने की धमकी भी दी थी। निलंबित रीडर जैन ऑडियो में आरक्षक पाटीदार को ग्रामीण एसडीओपी से बात कराने के निर्देश देते भी सुनाई दिया। पूरे मामले की ऑडियो और लिखित आवेदन आरक्षक पाटीदार की ओर से प्रस्तुत करने पर जिला और पुलिस प्रशासन मामले को लेकर हरकत में आया था। आरोपी रीडर जैन के खिलाफ भादंवि की धारा 186,187,189,507 एवं 294 में एफआईआर के साथ कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने उसे निलंबित कर दिया था।
आरोपी रीडर ने भेजा मेडिकल
फरियादी आरक्षक के बयान और वॉइस सैम्पल रिकॉर्ड किए जा चुके हैं। आरोपी रीडर की वॉइस सैम्पलिंग शेष है। आरोपी रीडर को कई मर्तबा नोटिस भेजे हैं। उससे हाल ही में मेडिकल भेज बीमार होने की बात बताई है। – राकेश मेहरा, जांचकर्ता पुलिस उपनिरीक्षक