रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस का बागी प्रत्याशियों के रूठने और मनाने का दौर बुधवार दोपहर 3 बजे समाप्त हुआ। नगर में 64 पार्षद व 5 महापौर प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस ले लिए। कांग्रेस को आज आखरी दौर में तब झटका लगा जब वार्ड 30 से भाजपा प्रत्याशी शबाना खालिक खान के सामने कांगेस की प्रत्याशी हमीदन आरआर खान ने आखरी मौके पर नाम वापस ले लिया। साथ ही वार्ड वार्ड 31 के कांग्रेस प्रत्याशी सतीश गिरी ने भी नाम वापस ले लिया। 35 साल बाद रतलाम शहर के वार्ड 30 में भाजपा प्रत्याशी अपनी जीत दर्ज करवाएगा। क्योंकि इस वार्ड में केवल भाजपा प्रत्याशी ही एक मात्र उम्मीदवार बचा है, जो कि निर्विरोध चुन लिया गया। आखरी समय मे चली गई भाजपा की रणनीति ने सभी को चौंका दिया। कांग्रेस इस वाकये के बाद से आत्ममंथन और विरोधाभास से जूझ रही है।
भाजपा ने अपने दो प्रमुख नेताओं अशोक पोरवाल और सीमा टांक को साधते हुए उनके नाम निर्देशन पत्र वापस लिए। भाजपा महापौर प्रत्याशी प्रहलाद पटेल के सामने भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी अरुण राव ने सभी को दरकिनार करते हुए निर्दलीय लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस में बागी महापौर प्रत्याशी की कहानी शुरू से नहीं बनी। मयंक जाट केवल एकमात्र प्रत्याशी कांग्रेस में है जिनसे पार्टी की अंदरूनी कलह अछूती नजर आ रही है। कांग्रेस व भाजपा में बागी पार्षद प्रत्याशियों में कुछ ने नाम निर्देशन पत्र वापस लिए तो किसी ने नहीं लिए। महापौर पद के लिए भाजपा, कांग्रेस, आप, सपा व निर्दलीय मिलाकर कुल 7 दावेदारों का आमना सामना होगा।
भाजपा-कांग्रेस व निर्दलीय मिलाकर वार्ड पार्षदों प्रत्याशियों की संख्या कुल 156 हैं। सबसे ज्यादा 10 पार्षद प्रत्याशी वार्ड 24 से हैं।
जानिये 7 महापौर उम्मीदवार कौन ?
1) प्रहलाद पटेल – भाजपा से अधिकृत प्रत्याशी प्रहलाद पटेल बड़बड़ में निवास करते हैं। पटेल पिछले नगर निगम के कार्यकाल में अलकापुरी क्षेत्र से पहली बार पार्षद चुने गए थे। प्रहलाद पटेल दसवीं तक शिक्षित होकर कृषि, वाटर पार्क एवं मैरिज गार्डन व्यवसायी है। 46 वर्षीय प्रहलाद पटेल सभी 49 वार्डों में सर्वाधिक मतों से जीतने वाले पार्षद भी थे। शहर विधायक चेतन्य कश्यप को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं। पटेल के पास पत्नी की संपत्ति सहित कुल 20 करोड़ की संपत्ति है। प्रहलाद पटेल के पास 6 लाख केश और पत्नी एवं बच्चो के पास भी 5 लाख 80 हजार नगद राशि है। प्रहलाद के पास 50 ग्राम ,पत्नी एवं बच्चो के पास 450 ग्राम सोने के आभूषण है । भाजपा उम्मीदवार के पास किआ कंपनी की एक कार और 6 करोड़ 60 लाख की कृषि भूमि सहित 15.43 करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी शामिल है। प्रहलाद पटेल ने 1.84 करोड़ का बैंक लोन भी लिया हुआ है। पटेल ने अपने शपथ पत्र में अपनी शिक्षा दसवीं कक्षा में अनुत्तीर्ण होना बताया है। “कमल का फूल” चुनाव चिन्ह रहेगा।
2) मयंक जाट – कांग्रेस के महापौर उम्मीदवार घोषित किए गए मयंक जाट पार्टी के युवा चेहरे है और युवाओं के बीच चर्चित चेहरा है। 32 वर्षीय मयंक जाट सैलाना बस स्टैंड पर निवास करते है तथा बीकॉम प्रथम वर्ष तक शिक्षित हैं। मयंक जाट ट्रेवल्स एवं केबल नेटवर्क व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। राजनीतिक कैरियर में मयंक वर्तमान में जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर हैं । पूर्व में वह एनएसयूआई जिलाध्यक्ष, शहर युवा कांग्रेस अध्यक्ष के पदों पर भी निर्वाचित हो चुके हैं। मयंक जाट विक्रांत भूरिया और कांतिलाल भूरिया के नजदीकी माने जाते हैं। महापौर प्रत्याशी के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद उनके नाम को पसंद किया। जाट के पास पत्नी की संपत्ति सहित कुल ढाई करोड़ रुपए की संपत्ति है। कांग्रेस प्रत्याशी मयंक के पास 6 लाख नगद और पत्नी के पास 2 लाख नगद रुपये है । मयंक के पास 200 ग्राम सोना एवं एक किलो चांदी और पत्नी के पास 300 ग्राम सोना एवं 1 किलो चांदी के आभूषण है । मयंक के नाम पर होंडा कम्पनी की एक मोटरसायकल और 2 करोड़ मूल्य की कृषि भूमि है। मयंक जाट ने भी एसबीआई बैंक से 3.50 लाख का कर्ज लिया हुआ है। मयंक जाट ने अपने शपथ पत्र में हायर सेकेंडरी पास होकर बीए फर्स्ट सेमेस्टर तक शिक्षा प्राप्त करना बताया है। “हाथ का पंजा” चुनाव चिन्ह रहेगा।
3) जनक नागल – महापौर पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार 56 वर्षीय जनक नागल का पैलेस रोड़ पर निवास हैं। नागल ने राजनीति की शुरुआत शिवसेना से की थी जो कि 2013 में भाजपा की ओर मुड़ गई। पिछले 35 वर्षों से नागल राजनीति के साथ सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। भाजपा से महापौर टिकट मांगा था मगर बात नहीं बन पाई जिसके बाद आम आदमी पार्टी से भी टिकट की मांग की गई मगर वहां भी बात नहीं जमी। आखिर में निर्दलीय मैदान में उतरें हैं। जनक नागल को “नल” चुनाव चिन्ह मिला है। जनक नागल की चल संपत्ति 16 लाख 49 हजार के करीब व अचल संपत्ति 4 करोड़ के लगभग है। बीकॉम द्वितीय वर्ष तक शिक्षित है तथा व्यापारी है। 9 लाख का बैंक ऋण भी है।
4) अरुण राव – भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी व पूर्व पार्षद 66 वर्षीय अरुण राव ने टिकट नहीं मिलने के विरोध में निर्दलीय अपना नाम महापौर पद के लिए भरा हैं। इनका निवास सज्जनमिल रोड़ पर हैं। राव 40 वर्षो से भाजपा की सक्रिय राजनीति से जुड़े हैं। 3 बार पार्षद रहते हुए भाजपा के विभिन महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी भी सम्भाली। अरुण राव बिल्डिंग कॉन्ट्रेक्टर का कार्य करते हैं। राव हायर सेकंडरी तक पढ़े है व अपनी सम्पत्ति शून्य दर्शायी है। इनको आयोग ने चुनाव चिन्ह “टेबल पंखा” दिया है।
5) आफरीन बी – समाजवादी पार्टी से महापौर प्रत्याशी 28 वर्षीय आफरीन बी मैदान में है। इनका निवास शेरानी पूरा में हैं। सामान्य परिवार से आने वाली आफरीन पेशे से हाइकोर्ट वकील है। आफरीन की शिक्षा डबल ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट इन लॉ (एलएलबी-एलएलएम) है। आफरीन समाज सेविका के रूप में लंबे समय से सक्रिय है। इसके अलावा इनके पास अल्पसंख्यक विकास कमेटी महिला सेल अध्यक्ष रतलाम के साथ ही भारतीय मानव अधिकार सहकार ट्रस्ट की विधि प्रभारी है। इनका चुनाव चिन्ह “सायकल” है। इन्होंने 64,600/- की चल सम्पत्ति दर्शायी है।
6) अनवर खान – आम आदमी पार्टी ने 53 वर्षीय अनवर खान को मैदान में उतारा है। अनवर इससे पहले 2017 से बहुजन पार्टी में सक्रिय थे जिसके बाद आप जॉइन की। अनवर होमगार्ड में नगर सैनिक के पद से रिटायर्ड व वर्तमान में शिक्षक है। इनकी शिक्षा बीकॉम है। अपने नामंकन में 6 लाख 94 हजार की सम्पत्ति दर्शायी है। इनका चुनाव चिन्ह “झाड़ू” है।
7) जहीर उद्दीन – उंकाला रोड़ निवासी 32 वर्षीय जहीर नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी से महापौर पद प्रत्याशी हैं। मुख्य रूप से वकालत से जुड़े है तथा एलएलबी व एमएसडब्ल्यू में शिक्षा प्राप्त की। 10 सालो से जहीर राजनीति में सक्रिय है तथा 2018 में निर्दलीय विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकें हैं। इन्होनें 2 लाख 47 हजार रुपये सम्पत्ति के रूप में दर्शाये हैं। इनका चुनाव चिन्ह “घड़ी” है।