– स्वीकृति के 6 वर्ष बीतने पर जमीन पर खुदी सिर्फ नींव, हाउसिंग बोर्ड ने किसे बताया जिम्मेदार, पढ़े विस्तृत समाचार
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।

मध्यप्रदेश के रतलाम जिला मुख्यालय पर 300 बेड अस्पताल निर्माण एक कदम पीछे खिसक गया है। छह वर्ष पूर्व रतलाम विकास प्राधिकरण (आरडीए) द्वारा तैयार कराई गई डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को वर्ष-2020 में स्वीकृति मिल चुकी थी। स्वीकृति के ढाई वर्ष बाद धरातल पर सिर्फ नींव खोदी गई और रि-डेंसीफिकेशन योजना अंतर्गत अस्पताल निर्माण पर ब्रेक लग गया। वर्तमान में कार्य रोके जाने का प्रमुख कारण स्वास्थ्य विभाग सचिव डॉ. सुदाम पंढरीनाथ खांडे का नक्शे पर आपत्ति लिया जाना है।

जिला मुख्यालय रतलाम में सात साल पूर्व नगर निगम के सामने गोल्ड कॉम्प्लेक्स, डोंगरेनगर रोड पर कॉमर्स कॉलेज के पीछे ऑडिटोरियम, जिला अस्पताल परिसर में 300 बेड वाले अस्पताल सहित विक्रम नगर के पास 47 सरकारी क्वार्टर की महत्वपूर्ण योजना शुरू हुई थी। रि-डेंसीफिकेशन योजना में इन तमामों कार्यों के लिए एजेंसी रतलाम विकास प्राधिकरण (आरडीए) को बनाया था, लेकिन यहां आंखें मूंदे बैठे अफसर और कर्मचारियों के चलते फजीहत ऐसी हुई कि शुरू से काम पिछड़ा। वर्ष 2017-18 में जैसे-तैसे प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हुई तो अंतिम वित्तीय स्वीकृति के बाद 8 अप्रैल-2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री द्वारा भूमिपूजन के बाद अरसे से अटके विकास कार्यों को समय-सीमा में पूरा होने का लोगों ने सपना संजोया ही था कि अब संबंधित विभाग सचिव ने पूर्व में तैयार नक्शे पर आपत्ति लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
भोपाल में हुआ था प्रजेंटेशन
300 बेड के अस्पताल का प्रजेंटेशन भोपाल स्वास्थ्य मुख्यालय पर हुआ था। इस दौरान नक्शे में बदलाव के निर्देश प्राप्त हुए हैं। पूर्व में समस्त प्रोजेक्ट आरडीए (रतलाम विकास प्राधिकरण) के पास थे और उन्होंने ही नक्शे तैयार किए थे। आर्किटेक्ट से नए सिरे से नक्शा तैयार करवाकर निर्देश अनुसार बदलाव कराया जा रहा है। – बी राजकुमार, कार्यपालन यंत्री- एमपी हाउसिंग बोर्ड (रतलाम-मध्यप्रदेश)