रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
शहर में वार्डवार मतदाता जागरूकता अभियान की गतिविधियां संचालित करने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण से पूर्व जमकर हंगामा हुआ। कारण शनिवार को लक्कड़पीठा स्थित नृसिंह वाटिका में प्रशिक्षण में पहुंची महिला एवं बाल विकास विभाग परियोजना-2 की अधिकारी के चालक ने वाहन से उतरकर कार्यकर्ता के दोपहिया वाहन से हवा निकालना। कार्यकर्ताओं की नजर पड़ी तो मामला गर्मा गया। कार्यकर्ताओं ने खुलकर महिला अधिकारी की मनमानी का विरोध जताया और मामला उच्चाधिकारियों तक जा पहुंचा। बड़ी बात यह रही कि जिस समय चालक द्वारा हवा निकाली जा रही थी उस समय महिला एवं बाल विकास विभाग की दो महिला अधिकारी वाहन में सवार थी। लेकिन उन्होंने मना नहीं किया।
शहर के 49 वार्डों की 280 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सेंस प्लान के अनुरूप प्रचार-प्रसार के माध्यम मतदान के प्रति जागरुक करने के लिए कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण रखा गया। प्रशिक्षण में शामिल होने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना 2 की सीडीपीओ अर्चना माहौर अपने (विभागीय) चार पहिया वाहन से वहां पहुंची। इनके साथ परियोजना 1 की सीडीपीओं चेतना गेहलोत भी साथ थी। नृसिंह वाटिका में रास्ते मे एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का दो पहिया वाहन था। तभी सीडीपीओं के वाहन का चालक असलम वाहन से नीचे उतरा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के वाहन की हवा निकालने लगा। इस दौरान वाहन में बैठी दोनों अधिकारी ने किसी प्रकार से चालक को मना नहीं किया। इस कारण कार्यकर्ताओं का गुस्सा और बढ़ गया। बैठक लेने आई जिला पंचायत अतिरिक्त सीईओ व सेंस प्लान की प्रभारी अधिकारी विनीता लोढ़ा के समक्ष कार्यकर्ताओं ने इस बात को लेकर आपत्ति जताते हुए विरोध किया। कार्यकर्ताओं का कहना था कि इतनी गर्मी में आकर दूर-दूर से बैठे है। अगर गाड़ी रास्ते में थी तो हटाने का बोल सकते थे। ना कि हवा निकाली जाए। कार्यकर्ताओं को इस बात का भी गुस्सा था कि चालक स्वयं इस तरह की हरकत नहीं कर सकता। अधिकारियों ने कहा होगा तभी हवा निकालने की कोशिश की गई। यह तरीका अच्छा नहीं है। जिला पंचायत की अतिरिक्त सीईओ व सेंस प्लान प्रभारी अधिकारी विनीता लोढ़ा ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि चालक को फटकार लगाई है। चालक को हटाने के लिए सीडीपीओं को निर्देशित किया है।