– 5 सदस्यीय कमेटी में आज 2 अनुपस्थित, मामले में कई गंभीर सवाल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम शासकीय मेडिकल कॉलेज इस बार जूनियर छात्रा से हुई छेड़छाड़ की घटना को लेकर सुर्खियों में हैं। छात्रा से छेड़छाड़ की घटना को कॉलेज के सीनियर छात्र ने अंजाम दिया और कॉलेज प्रशासन पूरे मामले को दबाती रही। परेशान छात्रा ने परिजन के साथ महिला थाने पहुंच जब शिकायत की तब मामला उजागर हुआ। हालांकि थाने में शिकायत के बाद छात्रा ने भविष्य खराब होने की चिंता जाहिर कर एफआईआर नहीं करवाई। इधर मेडिकल कॉलेज की लैंगिंक उत्पीड़न कमेटी की रिपोर्ट के बाद भी अब तक दोषी सीनियर छात्र पर कार्रवाई नहीं होना कॉलेज प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भले ही भांजियों की सुरक्षा के लाख दावें कर लें, लेकिन प्रदेश के शासकीय मेडिकल कॉलेज में जूनियर छात्रा के साथ हुई घटना ने स्पष्ट कर दिया की मामा के राज में भांजियां सुरक्षित नहीं है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की रात्रि हॉस्टल से निष्काषित सीनियर छात्र ने जूनियर छात्रा का नाम बीच सड़क पर आपत्तिजनक शब्दों के साथ लिखा। इसके अलावा छात्रा के मोबाइल पर दूसरे स्टूडेंट के मोबाइल से फोन लगाकर पूरी रात परेशान किया। 9 मार्च की सुबह परेशान छात्रा ने कॉलेज प्रबंधन को शिकायत की तो उसे नजर अंदाज कर दिया। प्रबंधन ने मामले को पूर्व के अन्य गंभीर मामलों की तरह दबाने की कोशिश की, जिससे दोषी सीनियर छात्र के हौंसले बढे और वह छात्रा को कॉलेज कैम्पस में खुलेआम छेड़छाड़ करने लगा। परेशान छात्रा ने महिला थाने पर परिजन के साथ 10 मार्च को लिखित शिकायत की, इसके बाद मामला उजागर हुआ। हालाँकि बाद में छात्रा ने आरोपी छात्र पर एफआईआर से इंकार कर दिया। इधर कॉलेज प्रशासन मीडिया में मामला आने के बाद दोषी सीनियर छात्र को बचाने की कोशिश में जुटा है। पूर्व की तरह अन्य गंभीर अनियमित्ता और रैगिंग के मामलों की तरह इस प्रकरण में भी अब महज औपचारिकता निभाई जा रही है।
मामले में किसका क्या कहना
1 – शिकायत के बाद छात्रा ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर से इंकार कर दिया है। एफआईआर से इंकार के पीछे उसने स्वयं के भविष्य को लेकर चिंता जाहिर कर लिखित में सहमति जाहिर की है। – राजश्री सिसोदिया, उपनिरीक्षक – महिला थाना रतलाम
2 – लैंगिक उत्पीड़न कमेटी ने बंद लिफाफे में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। उक्त रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाना है। 5 सदस्यीय कमेटी में 2 प्रोफेसर सदस्य अनुपस्थित होने से मीटिंग 14 मार्च को होगी। – डॉ. जितेंद्र गुप्ता, डीन-मेडिकल कॉलेज रतलाम