रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। जिले के जावरा में गांव बड़ायला चौरासी के एक किसान ने पटवारी पर रिश्वत लेने व फ़र्ज़ी पावती बनाने जैसे गम्भीर आरोप लगाये हैं। किसान द्वारा इस सम्बन्ध में कलेक्टर कार्यालय में शिकायत एक माह पूर्व भी की गई थी । मगर अब तक इस पूरे मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। सुनवाई ना होने से परेशान किसान पुनः अपना आवेदन लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुँचा। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मामले में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
शिकायतकर्ता नानालाल धाकड़ निवासी बड़ायला चौरासी ने बताया की हम दो भाइयों के बीच जमीन का बंटवारा पूर्व में हुआ। इसकी पावती, नपती व नक्शे के लिए पटवारी मानसिंह से कहा गया। उक्त कार्य के एवज में पटवारी मानसिंह को तीन किश्तों में 46 हजार 600 रुपए रिश्वत दी गई। इसके बावजूद पटवारी द्वारा कार्य नहीं किया गया व 10 हजार रुपए की अतिरिक्त माँग करने लगा, व्यवस्था नहीं हो पाने से नानालाल ने रुपए देने से मना कर दिया। इसके बाद पावती माँगने पर 7 महीने बाद बगैर तहसीलदार के हस्ताक्षर व गलत सर्वे नम्बर चढ़ा कर गांव के चौकीदार को दे दी। गंभीर आरोप पर पटवारी मानसिंह पंवार ने बताया की उनके द्वारा कोई रिश्वत नहीं ली, जब उनसे कहा की रिश्वत के रुपए शिकायतकर्ता को वापस लौटाने का ऑडियो वंदेमातरम न्यूज के पास उपलब्ध है तो पटवारी मानसिंह पंवार निरुत्तर हो गए।
19 माह बाद मालूम पड़ा कि पावती फ़र्ज़ी है :-
फर्जी पावती मिलने के 19 माह बाद जब नानालाल ने जमीन बेचना चाही, तब गाँव के ही खरीददार विनोद मालवीय द्वारा पटवारी से नकल के लिए सम्पर्क किया गया। इस पर पटवारी मानसिंह ने नशे की हालत में विनोद से कहा की पावती फ़र्ज़ी है, तब जाकर नानालाल को पूरे मामले का पता चल पाया। जिस पर उसने तहसीलदार किरण बरबड़े से शिकायत की मगर उन्होंने शिकायत को अनसुना कर दिया। इसके बाद नानालाल ने कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायतकर्ता का कहना है की मामले में 1 माह होने को आया है अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।