रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम जिला पंचायत कार्यालय में लोकायुक्त द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार की शिकायत के पर्चे हटा दिए गए हैं। वंदेमातरम् न्यूज द्वारा 20 फरवरी को ‘आखिर कौन सा है विभाग, जहां लोकायुक्त ने लगाएं रिश्वत लेते पकड़वाने के पर्चे’ शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने कार्यालय की दीवारों पर लगे पर्चे हटा दिए है। इससे साफ जाहिर होता है की कार्यालय में कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की दीमक रोजमर्रा के होने वाले कार्यों को चाट रही है।

बता दें कि शासकीय विभागों में कोई भी काम बिना लिए दिए नहीं होते हैं। इसी को देखते हुए गत दिनों लोकायुक्त उज्जैन द्वारा किसी भी काम के बदले रिश्वत व अन्य उपहार की मांग करने वालों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत करने के पर्चे रतलाम के कलेक्टोरेट से लेकर जिला पंचायत कार्यालय में चिपकाएं थे। कलेक्टोरेट से तो पर्चे लगने के बाद ही हटा दिए गए लेकिन जिला पंचायत कार्यालय के मुख्य द्वार सहित जिला पंचायत अध्यक्ष के कक्ष की मंजिल के मुख्य द्वार पर पर्चे चिपके हुए थे। जिन पर साफ लिखा था यदि किसी शासकीय अधिकारी, कर्मचारी द्वारा वैध शासकीय कार्य करने हेतु रिश्वत (रुपए, पैसे, उपहार) की मांग कि जा रही है तो रिश्वत लेते पकड़ाने हेतु इन नम्बरों पर संपर्क किया जाए। दो मुख्य द्वारों के पास लगे होने से हर किसी की नजर इन पर्चो पर पड़ रही थी। हर एक के मन में सवाल था कि इस कार्यालय में आखिर कौन रिश्वत लेता है। कई ग्राम पंचायत सचिव भी यहां पर अपने तरीके से काम करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटते रहते है।

वंदेमातरम् न्यूज द्वारा प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद विभागीय अधिकारियों ने जनजागरूकता लाने के बजाए दोनों स्थानों से पर्चे हटा दिए। पर्चे हटाने से यह जाहिर हो गया कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है। बता दें कि पूर्व में जिले में पटवारी, सचिव सहित अन्य शासकीय कर्मियों के खुले आम रिश्वत लेते पकड़वाने के मामले सामने आ चुके है। जो पर्चे चिपकाएं गए है उन पर पुलिस अधीक्षक विशेष पुलिस स्थापना, लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन संभाग उज्जैन के मोबाइल नंबर सहित टेलीफोन नम्बर अंकित थे।