
– रतलाम में पेड़ की डाल गिरने से घायल युवक की चौथे दिन इलाज के दौरान मौत
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। मध्य प्रदेश का रतलाम नगर निगम काफी अजीब है। जिम्मेदारों की लापरवाही से आवारा मवेशी के अलावा पेड़ की डालियां जानलेवा हो गई है।। 18 अप्रैल 2025 को पेड़ की डाली गिरने से घायल मिस्त्री की इलाज के दौरान अहमदाबाद में मौत हो गई। गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजन वहां से अहमदाबाद ले गए, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजन ने बताया कि पेड़ गिरने से लीवर डैमेज हो गया था और 3 पसलियों में फ्रैक्चर होने से खून भर गया था। इससे मौत हो गई।
रतलाम के हाट रोड पर मदीना मस्जिद के पास रहने वाले मिस्त्री मोहम्मद इसराइल (45) पिता मोहम्मद इस्माइल खान शुक्रवार को मकान बनाने की साइड देखकर दिलीप नगर से घर लौट रहे थे। दोपहर 2.30 बजे जेल के सामने एक पेड़ की टहनी टूटकर गिर गई। इससे सिर, बाएं कंधे, हाथ की कलाई, पैर समेत अंदरूनी चोट आई थी। जिला अस्पताल से दाहोद और फिर अहमदाबाद ले जाना पड़ा। पूरे समय वेंटीलेटर पर रखा गया। सोमवार को निधन हो गया।
मांग को लेकर चौकी पहुंचे समाजजन
मृतक मो. इसराइल का जनाजा निकालने से पहले परिजन और समाजजन हाट की चौकी पहुंचे। निगम को जिम्मेदार ठहराया। मृतक के साले इकबाल खान ने बताया कि दुकानदारों की सूचना के बावजूद पेड़ की छंटनी नहीं की गई। नगर निगम के जिम्मेदारों पर कार्रवाई होना चाहिए। मृतक के परिजन को 25 लाख रुपए और बेटे को नौकरी देने की मांग की। तहसीलदार ऋषभ ठाकुर, सीएसपी सत्येंद्र घनघोरिया ने समझाइश दी कि नियमानुसार मदद की जाएगी।
सावधान… रतलाम में पेड़ भी आपके प्राण ले सकते हैं
3 साल पहले पैलेस रोड पर पेड़ गिरने से गंभीर घायल युवक अब तक व्हीलचेयर पर है। 3 साल में किसी भी जिम्मेदार को यह दिखाई नहीं दिया कि शहर में कितने सूखे पेड़ और हरे पेड़ों की डालियां गिरने की स्थिति में हैं। इनकी अनदेखी के चलते 18 अप्रैल 2025 को फिर हादसा हो गया और चौथे दिन पेड़ की डाली गिरने से घायल व्यक्ति की मौत हो गई। एक परिवार का सहारा छिन गया। 70 साल की मां का रो-रोककर बुरा हाल है। मौत की खबर सुनने के बाद सभी लोग जिम्मेदारों को कोस रहे हैं कि 3 साल पहले हुए हादसे से सबक ले लेते तो आज किसी के सिर से पिता का साया नहीं उठता। कोई पत्नी बेवा नहीं होती। नगर निगम के जिम्मेदारों को शहर के सभी पेड़ों का ऑडिट करना चाहिए। जो सूखे पेड़ गिरने की स्थिति में है, उन्हें कटवा देना चाहिए ताकि ये किसी को जीवनभर का दर्द नहीं दे सकें।