रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम शहर में डेंगू तथा वायरल बुखार के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शहर मे चारों और मरीजों की संख्या तेज रफ्तार से बढ़ रही है। कई मोहल्लों, गलियों और पिछड़ी बस्तियों में बडी संख्या मे आमजन इन बीमारियों से पीड़ित है। कोरोना कि दूसरी लहर से राहत मिलने से पहले ही शहर वायरल व डेंगू जैसी घातक बीमारियों कि चपेट मे आ गया है। जबकि कोरोना कि तीसरी लहर कि सुगबुगाहट हो रही है। शहर की जनता को वर्षों से राहत के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहे है।प्रशासन का अमला भी कुछ नहीं कर पा रहा है।
प्रदेश के पूर्व मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता हिम्मत कोठारी, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौटाला, पूर्व निगम अध्यक्ष दिनेश पोरवाल ने निगम प्रशासक व कलेक्टर को जनहित में सुझाव देकर कहा कि शहर व जिले मे डेंगू व वायरल बुखार के मरीजों की तेजी से बढ रही संख्या को देखते हुए मेडिकल कालेज मे उपचार व्यवस्था की जाए, ताकि आमजनों को समुचित ईलाज व डेंगू, वायरल कि निशुल्क जांच की व्यवस्था हो सके। मेडिकल कालेज में कोरोना की तर्ज पर स्पेशल वार्ड बनाकर उपचार शुरू हो सके। वहीं जिला अस्पताल मे भी उपचार जांच एवं दवाइयों की उपयुक्त व्यवस्था कि जाए ताकि मरीजों को राहत मिल सके।
शहर में मच्छरों की बाढ़
पिछले दो तीन वर्षों से शहर की बदहाल सड़को की दयनीय स्थिति को बारीश ने और बदहाल बना दिया है, इनके जानलेवा गड्ढों मे पानी भर जाने से मच्छरो की शहर मे बाढ़ आ गई है। इस कारण वायरल बुखार व डेंगू शहर मे तेजी से पैर पसार रहा है। जानलेवा गड्ढों के कारण दुर्घटनाए हो रही है। शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नाले व नालीया गंदगी से भरी होने से बीमारियां फैल रही है। कीटनाशक दवाओं का छिड़काव नहीं होने से अस्पतालों में वायरल व डेंगू के मरीजों की भारी संख्या के कारण मरीजों को जगह नही मिल रही है।
निजी अस्पतालों में महंगा ईलाज
नेताओं ने मांग की है कि निजी अस्पताल मे महंगा ईलाज होने से वे गरीब मरीजों कि पहुंच से बाहर हो गए है। डेंगू की जांच 1500 रुपए में हो रही है। साथ ही स्वास्थ अमले को सक्रिय कर शहर मे डेंगू से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए। साथ ही नगर निगम व मलेरिया विभाग को कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कराने के निर्देश देकर शहर वासियों को राहत दी जाए।