रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
इंडियन ऑइल के बांगरोद स्थित डिपो के मालगाड़ी वैगन और टैंकरों से डीजल-पेट्रोल चुराने वाले गिरोह का मास्टर माइंड विजय पिता रमेशचंद्र कंडोर निवासी कलोरीकलां (थाना नामली) अवैध धंधे में पेट्रोल-पम्प का मालिक बन गया। बांगरोद स्थित भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के पेट्रोल-पम्प का मालिक विजय कंडोर दो वर्ष पूर्व उस जगह ढाबा संचालित करता था। ढाबे की आड़ के बाद मास्टर माइंड विजय कंडोर पम्प की आड़ में चोरी का डीजल-पेट्रोल बेख़ौफ अन्य पम्पों पर सप्लाई कर अर्से से अवैध कमाई में लिप्त है। तेल के इस काले खेल पर से पर्दा उठने के बाद जिला-पुलिस प्रशासन के अलावा भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड प्रबंधन सवालातों के घेरे में है। आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) ने डीजल चोर गिरोह में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
बता दें कि 28-29 अगस्त की रात इंडियन ऑइल के बांगरोद स्थित डिपो से मालगाड़ी के वैगन डीजल से सागर जिले के लिए भरे थे। जैसे ही मालगाड़ी डिपो से मैन लाइन पर पहुंची। इंतजार में बैठी चोर गैंग वैगन पर चढ़ पाइप डाल डीजल कैनों में भरने लगे। सूचना पर आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने सिविल ड्रेस और सामान्य वाहन से मौके पर टीम भेजी। इसके पूर्व ही चोर गिरोह को भनक लग गई थी और वह सामान छोड़कर भाग गए थे। मौके से डीजल भरी 107 कैन रेलवे सुरक्षाबल ने जब्त कर गैंग की तलाश शुरू की। जांच पर आरपीएफ ने शुरुआत में मास्टर माइंड विजय कंडोर सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनकी निशानदेही पर मांगलिया (इंदौर) निवासी मुकेश परमार सहित 5 आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से दबोचा।
रेलवे परिसर में डीजल चोरी के मामले में आरपीएफ ने 2 अन्य आरोपी अर्जुन पिता लक्ष्मीनारायण ढोलिया (31) निवासी मांगलिया (इंदौर) एवं मनोज पिता मनोहर परमार (29) निवासी ब्राह्मण पिपलिया, इंदौर को गिरफ्तार किया। इन्हें मिलकर अब तक कुल 16 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। सभी आरोपियों के खिलाफ रेलवे एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज है।