रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम जनपद की ग्राम पंचायत बंजली में निवास कर रहे ग्रामीण जमीन का पट्टा देने के मांग को लेकर रविवार को धरने पर बैठ गए। पट्टा नहीं तो वोट नहीं का बैनर लगाकर जोरदार नारेबाजी करने लगे। प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। समझाने की कोशिश की लेकिन नहीं माने। आखिरकार कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी को जाना पड़ा। कलेक्टर सीधे लोगों के बीच धरना स्थल पर जाकर बैठ गए। ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सरकार सबकी चिंता कर रही है। कलेक्टर पर नहीं तो अपने भाई पर विश्वास रखो।
बता दे कि बंजली ग्राम पंचायत शहर से लगी हुई है। यहां के नई आबादी, रामदेव जी की बस्ती और बंजारा बस्ती के रहवासी कई समय से जमीन का पट्टा देने की मांग कर रहे थे। लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी। रविवार को रहवासी बंजली फंटे के सामने रोड किनारे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। सुबह करीब 9 बजे से शुरू हुआ धरना आंदोलन स्थल पर जिला प्रशासन की ओर तहसीलदार पहुंचे। लेकिन धरना दे रहे लोगों ने कह दिया कि जब तक पट्टा नहीं मिलेगा तक हम नहीं उठेंगे। तहसीलदार ने समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। दोपहर में कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी पहुंचे। सीधे धरना स्थल पर बैठे महिला पुरुषों के बीच जाकर बैठ गए।
पहले सुनी बात फिर समझाया
कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने धरना दे रहे लोगों से अपनी बात कहने को कहा। सभी की बात सुन कलेक्टर ने कहा कि सरकार सबकी चिंता कर रही है। समय – समय पर जो भी मेरे पास आता है जनसुनवाई में, मैं उसकी मदद करता हूं। जिसकी भी कोई समस्या आती है में सीधे वहां पहुंच जाता हूं। जो सही है बोलो, अगर गलत है तो गलत बोलो। में आपके पास आया हूं। यह मेरा, कलेक्टर का काम है।
कोई नहीं हटाएगा
लोगों की बात सुन कलेक्टर सूर्यवंशी ने आश्वस्त किया कि उनको उनकी जमीन जहां वह अभी रह रहे है वहा से कोई नही हटाएगा। ओर कोई बुल्डोजर नहीं चलेगा। सरकार की योजना आने पर पट्टे दिए जाएंगे। करीब 20 मिनिट तक कलेक्टर धरना स्थल पर लोगो के बीच बैठे रहे और उन्हें समझाते रहे। कलेक्टर द्वारा आश्वस्त किए जाने के बाद लोग संतुष्ट नजर आए। कलेक्टर ने धरना समाप्त कर घर जाने को कहा। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी के साथ एसडीएम केशव संजीव पांडेय, तहसीलदार और पटवारी भी थे।
लोगों के साथ सरपंच पति भी बैठे धरने पर
एक समय था जब बंजली में बाहरी लोगों को भी पट्टे दे दिए गए थे। बाद में जब जांच हुई तो तत्कालीन समय के सचिव पर भी कार्रवाई हुई। जमीन के पट्टे बाटने में बंजली ग्राम पंचायत हमेशा सुर्खियों में रही है। रविवार को जो लोग धरने पर बैठे उनके साथ ग्राम पंचायत सरपंच के पति भी धरने पर बैठे थे।