रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
नगर निगम के इतिहास में पहली बार नगर-निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने सभापति बतौर परिषद का पहला साधारण सम्मलेन की कमान संभाली। सभा में सभी की निगाह महिला अध्यक्ष शर्मा के संचालन पर टिकी हुई थी। सभा की शुरुआत महापौर के निज सचिव की सदन में मौजूदगी को लेकर कांग्रेस के बवाल से हुई।
गुरुवार को नगर निगम परिषद की पहले साधारण सम्मेलन की शुरुआत वंदे मातरम् से हुई। इसके पश्चात महापौर प्रहलाद पटेल, सभापति ( निगम अध्यक्ष) शर्मा, नेता पक्ष भगतसिंह भदौरिया, नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा आदि का स्वागत आयुक्त हिमांशु भट्ट ने पुष्प गुच्छ भेंट कर किया। प्रश्नकाल से पूर्व सदन में मौजूद महापौर के निज सचिव आशीष वर्मा की मौजूदगी को लेकर नेता प्रतिपक्ष शांतिलाल वर्मा, नाशिर कुरैशी सहित वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद यास्मीन शेरानी ने आपत्ति ली। इस दौरान महापौर पटेल ने निज सचिव की नियुक्ति के संबंध में जवाब दिया। परिषद के इस सम्मलेन में जनता से जुड़े एक भी मुद्दे पर न तो चर्चा हुई और न ही पारित किए गए। पार्षद यास्मीन शेरानी के सवाल पर महापौर पटेल के जवाब दिए जाने पर पार्षद शेरानी ने आपत्ति ली। इस बात से विपक्ष की तरह नाराज होकर महापौर पटेल सम्मलेन छोड़कर चले गए। इसके बाद सत्ता पक्ष के पार्षदों की समझाइश के बाद महापौर सदन में वापस लौटे।
सभापति बतौर शर्मा का पहला संबोधन
सभापति की आसंदी पश्चात निगम अध्यक्ष मनीषा शर्मा ने स्वागत उद्बोधन में सभी का हार्दिंक स्वागत करते हुए कहा कि ढाई वर्ष पश्चात् नवीन परिषद का गठन हुआ है और यह परिषद अब तक की सबसे युवा परिषद है जिनमें विकास को लेकर जोश है। हम सभी को मिलकर रत्नपुरी को वैभवशाली और विकसित बनाना है।
महिलाएं योग्यता से इस सदन में आई हैं सम्मान करें
रतलाम नगर निगम की वर्तमान में छठवीं परिषद में 25 महिलाएं है। इस संभंध में सभापति बतौर शर्मा ने कहा कि हमें किसी से कम मत आंकिये, हम सब अपनी योग्यता से यहां तक आये है। हम महिलाओं के मान-सम्मान व प्रोटोकॉल में कोई कमी ना आये, इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखा जाये। उन्होने सभी से आव्हान किया कि सदन में शालिनता से अपनी बात रखें किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता व असंसदीय भाषा का उपयोग ना करें।