असीम राज पांडेय, रतलाम। दो दिन पूर्व औद्योगिक क्षेत्र में अमानक पॉलीथिन निर्माण की फैक्ट्री पर पहुंचे निगम के एक साहब की कार्रवाई ने आमजन के जेहन में कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। संचालित फैक्ट्री संचालक के खिलाफ सिर्फ 30 हजार रुपए का जुर्माना वसूल आमजन में वाहवाही लूटने के चलते कुछ साधे हुए समाचार पत्रों के माध्यम से अपना बखूबी प्रचार-प्रसार भी कराया। मीडिया में छपास के शोकिन साहब को अब लेने के देने पड़ गए हैं। छोटे-छोटे फुटकर दुकानदारों के यहां जोर-जबर्दस्ती कर थैलियां जब्त करने वाले यह साहब बड़ी मात्रा में अमानक पॉलीथिन निर्माण के दौरान कुछ ऐसी जादूगरी दिखाई कि फैक्ट्री को सील नहीं करते हुए सिर्फ चालानी कार्रवाई से इतिश्री कर ली। चौराहे पर चर्चा का बाजार गरम है कि 30 हजार रुपए के चालानी कार्रवाई में इन साहब ने फैक्ट्री संचालक से मेहरबानी के एवज में 2 लाख रुपए वसूले हैं। ये अंदर की बात है कि …साहब की वसूली राशि की जानकारी जगजाहिर होने के बाद गंदगी से त्रस्त जनता धड़ल्ले से अमानक पॉलीथिन की फैक्ट्री संचालन का वीडियो सामने आने पर खुद के साथ अब बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित होने लगी है। देखना यह है कि जिम्मेदार साहब पर कब और कैसी कार्रवाई करते हैं।
पटाखों की खेप ने थाने की मनवाई दीपावली
जिले के फोरलेन स्थित एक थाने ने पटाखों की अवैध खेप को पकडक़र त्योहार से पहले दीपावली मना ली है। महकमें में चर्चा है कि फोरलेन स्थित एक थाने ने नाकाबंदी कर शुक्ल पक्ष की रात में बड़ी मात्रा में धार जिले के केसूर से अवैध तरीके से परिवहन कर ले जा रहे पटाखों की खेप पकड़ी थी। शुक्ल पक्ष की रात का जिक्र इसलिए किया जा रहा है कि क्योंकि शरद पूर्णिमा से ठीक पहले यह कांड हुआ। दूधिया रोशनी में फोरलेन पर नाकाबंदी के दौरान खाकी के जादूगरों ने तोड़ पट्टे की डिमांड 10 लाख रुपए से शुरू की। इस दौरान पटाखे के व्यापारी ने असमर्थता जताते हुए जिला मुख्यालय के एक नेताजी को मोबाइल घनघना दिया। नेताजी ने भी माजरा समझते हुए खुद की दीपावली मनाने के लिए उल्टा व्यापारी को नियम का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। काफी देर तक चली चिक-चिक और झीक-झीक के बाद रास्ता यह निकला कि पटाखों की कुल लागत का 30 फीसद तो देना ही पड़ेगा। 30 फीसद समझौता राशि वसूलने के साथ खाकी के बिचौलियों ने करीब 1 लाख के पटाखे भी अलग से रख लिए। ये अंदर की बात है कि…समझौता बतौर 30 फीसद राशि में 20 फीसद खाकी के और 10 फीसद राशि नेताजी ने प्राप्त कर लिए।
पुलिस और निगम की लड़ाई में दलबदलू की धौंस
स्टेशन रोड पुलिस थाना लाइन की सीमा को लेकर पुलिस और नगर निगम इन दिनों आमने-सामने है। पुलिस लाइन में एक प्रोजेक्ट अंतर्गत नवनिर्माण होना है। इसी दौरान यहां पर सडक़ निर्माण के दौरान जब पुलिस विभाग ने निगम के समक्ष अपनी जमीन होने का हवाला दिया तो स्थिति टकराव की बनी। मौके पर निगम के इंजीनियर सहित समीपस्थ वार्ड की महिला पार्षद के पति भी मौके पर जा धमके। यह वहीं पार्षद पति हैं जो कुछ माह पूर्व हाथछाप का दामन छोडक़र पार्षद पत्नी के साथ फूलछाप पार्टी में दाखिल हुए है। सडक़ निर्माण रोके जाने पर जब पुलिस और निगम के प्रशानिक अधिकारी चर्चा कर रहे थे, तब नए नवेले दलबदलू पार्षद पति ने पुलिस को धौंस दी कि हम सत्ता पक्ष के लोग हैं। ऐसे में पुलिस की त्योरी भी चढ़ी और जवाब दिया कि आप किसी भी पक्ष के हों, लेकिन जब तक जमीन का सीमांकन नहीं होगा तब तक निर्माण नहीं करने देंगे। मौके पर फूलछाप पार्टी के एक वरिष्ठ पार्षद और एमआईसी मेंबर भी पहुंचे। उन्होंने पुलिस और निगम पक्ष की बात सुनने के बाद पुलिस का पक्ष लेते हुए कहा कि यह सही कह रहे हैं अगर इनके विभाग को जमीन आवंटित है तो यह सीमांकन करवा लें, इसके बाद सडक़ बनाएंगे। ये अंदर की बात है कि… फूलछाप पार्टी के वरिष्ठ पार्षद और एमआईसी मेंबर ने नए नवेले और दलबदलू पार्षद पति को नसीहत दी कि पुलिस को हमसे कभी काम नहीं पड़ता और हमें रोज इनसे काम करवाना पड़ते हैं, इसलिए सत्ता पक्ष की धौंस देना पुलिस को सही नहीं है।