रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
माता की आराधना का पर्व नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। रतलाम शहर व जिले में नवरात्रि को लेकर लोगों मे खासा उत्साह नजर आ रहा है। लेकिन शहर में कुछ ऐसे प्राचीन दर्शनीय स्थल भी है जहां जाने में जनता को सोचना पड़ रहा है। रतलाम का ऊँकाला रोड़ अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत को यथार्थ कर रहा है। क्षेत्र में पिछले कई सालों से सड़क प्रकाश व्यवस्था चरमराई हुई है। ऊँकाला रोड़ शहर का प्राचीन क्षेत्र है, जो कि एक सिद्ध क्षेत्र है। यहां पर मां दुर्गा के माता महिषासुर मर्दनी स्वरूप का प्राचीन मंदिर है। इसी मंदिर से क्षेत्र का नाम ऊँकाला माताजी रोड़ पड़ा। साथ ही उससे थोड़ा आगे देशभर में प्रसिद्ध खड़े गणपति जी का प्राचीन मंदिर है। कानून व्यवस्था के लिहाज से यह क्षेत्र काफी संवेदनशील माना जाता है, 500 से 700 मीटर का एरिया पूरी तरह सूनसान रहता है। मौके पर पुलिस का भी सुरक्षा की दृष्टि से कोई पॉइंट यहां अब तक नहीं लगा है। दिलीप नगर, समता परिसर, ऑफिसर कॉलोनी, जय भारत नगर आदि क्षेत्रों के रहवासी इस समस्या के शिकार बने हुए है।
गणेश चतुर्थी के बाद अब नवरात्रि में भी अंधेरा
क्षेत्र के दीपक परमार ने बताया की इसी साल नई सड़क बनकर तैयार हुई है। जिसमे भी 5 साल लग गए और अब भी कुछ हिस्सों में काम बाकी है। पिछले 3 सालों से पूरी सड़क अंधेरे से घिरी है। गणेश चतुर्थी से नगर निगम को अवगत किया जा रहा है। शाम के बाद महिलाओं व युवतियों को निकलने में खासी दिक्कत आती है। नगर निगम में कई बार शिकायत के बाद भी प्रकाश व्यवस्था नहीं कि गई। यह रोड़ शहर को महू-नीमच मुख्य मार्ग से जोड़ता है। आपराधिक प्रवत्ति के लोग अक्सर इधर ही घूमते रहते हैं। लेकिन पुलिस का कोई जवान यहां नहीं रहता है। जबकि यहां कई बार आपराधिक घटनाएं भी घट चुकी है।
तुरन्त करेंगे व्यवस्था, जनता सीधे करे संपर्क
आपसे मामले की जानकारी प्राप्त हुई है। तुरंत आज ही वैकल्पिक प्रकाश व्यवस्था की जाएगी। त्यौहारों का समय है, किसी को परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जनता को सीधा सम्पर्क कर सकती है। – पार्षद अक्षय संघवी, एमआईसी प्रभारी विद्युत एवं यांत्रिकी