रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
मध्यप्रदेश के रतलाम के गांव सुराणा के हिंदू रहवासियों ने गांव में रह रहे वर्ग विशेष लोगों से परेशान होकर तीन दिन में परिवार सहित गांव खाली करने की चेतावनी दी है। ग्रामीण जब समस्या लेकर एसपी गौरव तिवारी के पास पहुंचे तो सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन एसडीएम अभिषेक गेहलोत को सौंपकर गांव छोडकर अन्य दूसरी जगह बसने की लिए पट्टे की मांग की।
गांव के ओमप्रकाश जाट, दशरथ, सुरेश पांचाल, मुकेश जाट ने वन्देमातरम् न्यूज को बताया कि गांव में हम लोग शांति सद्भाव से रहना चाहते है लेकिन आए दिन हिंदू युवाओं से गाली गलोच, व जान से मारने की धमकी व मारपीट की जाती है। पुलिस में जब शिकायत करते है तो उल्टा र्कारवाई कर दी जाती है। मंगलवार को रतलाम ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना और भाजपा जिलाध्यक्ष राजेंद्रसिंह लुनेरा को सारी समस्या से अवगत कराया। लुनेरा द्वारा एसपी से चर्चा कर मिलने को कहा। जब हम लोग मिलने गए तो उन्होंने बात नहीं सुनते हुए उल्टे उन्हीं पर र्कारवाई करने की चेतावनी दे दी। ग्रामीणों को कहना था गांव की आबादी का 60 प्रतिशत मुस्लिम व 40 प्रतिशत हिंदू आबादी है जो भाई चारे से कई पीढियों से रह रहे थे, लेकिन पिछले दो तीन वर्षों से विद्यर्मी मानसिकता हमारे गांव में आई है और हमारे गांव में हिंदू युवाओं के साथ गाली गलोच, मारपीट व धमकी जैसी घटनाएं आए दिन घटित हो रही है। जिस पर हमने हमेशा कानून पर भरोसा रखकर पुलिस थाना और पुलिस अधीक्षक के समक्ष कई बार अपनी बात रखी, लेकिन हमेशा हिंदू युवाओं पर ही झूठी एफआइआर हुई।
हम शांति चाहते हैं
ग्रामीणों का कहना था कि हमारे गांव का एक दल शांति स्थापित करना चाहता है, लेकिन हमारी बात सुने बगैर डरा धमका कर रासुका, जिलाबदर, और मकान गिराने की धमकी दे दी। इस कारण हम भयभीत है और हम अपना गांव अपनी संपत्ति प्रशासन को सुपुर्द कर अन्य जगह पर स्थापित होना चाहते हैं ताकि हमारी आने वाली हिंदू युवा पीढ़ी सुरक्षित रह रह सके।
मुर्दाबाद के लगाए नारे
एसपी के व्यवहार से ग्रामीण आक्रोशित थे। कलेक्टोरेट में पुलिस प्रशासन व एसपी के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। इस दौरान भरतलाल, मुकेश जाट, कंवरलाल जाट, विनोद, राधेश्याम, भेरूलाल, मांगीलाल, गोपाल जाट आशीष सोनी, प्रकाश सांवरिया सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।