रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
सेंव और साड़ी के लिए प्रसिद्ध रतलाम को एक बार फिर सटोरिये बदनामी का ठप्पा लगाने में जुट गए हैं। जिला पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के स्थानांतरण के बाद शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में हालात अब ऐसे बन चुके हैं कि गली-मोहल्लों से लेकर चौराहों पर सट्टे की पर्चियां नामचीन सटोरिये बेखौफ भरने लगे। संबंधित पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत खुलेआम सट्टे का अवैध कारोबार आमजन में चर्चा का विषय बन चुका है। मामले की पड़ताल पर वंदेमातरम् न्यूज सटोरियों की नामजद सूची उजगार कर बता रहा कि कौन सटोरिया कहां पर बेखौफ चला रहा सट्टा।
एसपी गौरव तिवारी के ट्रांसफर के बाद राहत की सांस लेने वाले असामाजिक तत्व वापस अवैध धंधों की दुकानों के शटर खोल चुके हैं। साढ़े तीन वर्ष तक सट्टा, अवैध शराब सहित सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बाद फिर शुरू हो चुके अवैध धंधों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालात खड़े कर दिए। जिले के अधिकांश थाना क्षेत्र अंतर्गत बेखौफ चलाए जा रहे सट्टे के दुखद परिणाम से पूर्व वंदेमातरम् न्यूज जिले के जिम्मेदारों को मुद्दे पर आकर्षित करवा रहा है। सट्टे के नशे में लिप्त होकर परिवारों का बिखरना हो या फिर सट्टे के अवैध कारोबार से वापस सूदखोर सहित माफिया सिर उठाने लगेंगे।
आमजन को नहीं रहा पुलिस पर भरोसा
सट्टे की अवैध गतिविधियां संचालित होने के बाद शहर के जागरूक लोग संबंधित थाना प्रभारी, बीट प्रभारी सहित सूचना संकलन को कार्रवाई के लिए समय-समय पर अवगत कराते हैं। विडंबना यह है कि थाना क्षेत्र से सटोरियों एवं जुआरियों के पास सूचना पहुंचती है कि संबंधित व्यक्ति ने शिकायत की है। पुलिस को साधकर अवैध गतिविधियां संचालित करने वाला सटोरिया और जुआरी बेखौैफ आमजन के घर पहुंच डराने और धमकाने से बाज नहीं आते। नतीजतन आमजन डरे हुए और बदमाश निडर बने हुए हैं।
शहर में कौन कहां चला रहा सट्टा