रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम के कस्तूरबानगर स्थित गली नंबर-7 की सरकारी कब्जेयुक्त सडक़ पर आखिरकार बुधवार दोपहर 3 बजे भारी सुरक्षा के बंदोबस्त के बीच जेसीबी मशीन चली। 3 माह में 5 बार कब्जेधारियों को नोटिस देने के बाद भी रसूखदारों ने पैंतरे दिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ी थी। न्यायालय के आदेश के विपरित अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश भी हुई। अंतत: कार्रवाई ने सभी पैंतरों पर पानी फेर दिया।
कस्तूरबानगर गली नंबर-7 में सडक़ के दोनों तरफ नियम से बेखौफ अतिक्रमणकर्ताओं ने कब्जा कर इसे 22 फीट पर सिमट दिया था। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद हरकत में आए प्रशासनिक अधिकारियों ने नपती करवाकर रसूखदार अतिक्रमणकर्ताओं को नोटिस थमाया, लेकिन नोटिस मिलते ही उल्टा अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिशें शुरू हो गई थी। सूत्रों के अनुसार नगर निगम के लोकनिर्माण विभाग की ओर से अभी तक अतिक्रमणकर्ताओं को 5 बार नोटिस जारी हो चुके थे, इसके बाद भी बैखोफ अतिक्रमणकर्ता राजनीति पार्टियों के नुमाइंदों से दबाव बनाने के प्रयास में जुट गए थे।

नक्शे में 60 फीट चौड़ी सडक़ अतिक्रमण से संकरी
गली नंबर-7 की 60 फीट चौड़ी सडक़ नपती के दौरान 22 फीट संकरी पाई गई थी। दिसंबर-2021 में नपती के दौरान पाया था कि लोगों ने सडक़ के दोनों तरफ अवैध बाउंड्रीवॉल, लोहे की जाली, गैलरी, बगीचा, पक्का निर्माण करने के अलावा कार खड़ी करने के लिए शेड लगाने के साथ ही पेवर ब्लॉक लगा दिए थे। ऐसे 47 भवनस्वामियों को चिन्हित कर नगर पालिक निगम अधिनियम 1956 की धारा 307 में नोटिस जारी भी हुआ था। नोटिस के बाद स्वैच्छा से अतिक्रमण हटाने की बात कहने जब नगर निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया मौके पर पहुंचे थे तो उन्हें सत्ताधारी पार्टी के एक रहवासी ने अपना दबदबा दिखाते हुए उल्टै पैर रवाना कर दिया था। समय-सीमा में कब्जा नहीं हटाने वालों के खिलाफ बुधवार को कार्रवाई पश्चात प्रति घंटे 15 हजार रुपए के मान से जुर्माना भी वसूला जाएगा।