रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
नगर सरकार के शपथ लेने के बाद एक बार फिर शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो चुकी है। पटरी पार क्षेत्रों में 3 से 4 दिनों तक वार्डों में वाहन नहीं पहुंचने से कचरा ही कचरा नजर आने लगा। ड्राइवरों की कमी का हवाला देकर नगर निगम के जिम्मेदार पल्ला झाडऩे की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन आपको बता दें कि प्रतिमाह वार्ड के सफाई कर्मियों के अलावा ड्राइवर-हेल्पर सहित मस्टर पर रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था दर्शाकर लाखों रुपए का भुगतान निकाला जा रहा है।
पूरे मामले पर पूर्व पार्षद एवं पार्षद प्रतिनिधि राजीव रावत ने महापौर प्रहलाद पटेल और प्रभारी निगमायुक्त अभिषेक गेहलोत को पत्र लिखा है। रावत ने पत्र में उल्लेख कर आरोप लगाया है कि पटरी पार क्षेत्र स्थित वार्ड नंबर-1 से 14 में सफाई व्यवस्था चरमा चुकी है। हालात ऐसे बने हुए हैं कि 100 से अधिक कर्मचारियों का सफाई गैंग के नाम पर प्रतिमाह लाखों रुपए का भुगतान निकाला जा रहा है, जबकि जमीनीस्तर पर वार्डों में कर्मचारी नहीं है। वार्ड दरोगाओं से पूछा जाता है कि आज सफाई क्यों नहीं हुई तो उनके द्वारा जवाब दिया जाता है कि वार्ड के कर्मचारी को कचरा वाहन पर हेल्पर के रूप में भेज दिया तो कभी रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था में ड्यूटी लगा दी गई।
पार्षद प्रतिनिधि रावत ने महापौर पटेल और प्रभारी निगमायुक्त गेहलोत से मांग की है कि वार्डों के कचरा वाहनों पर तैनात कर्मचारियों की मनमानी से वर्तमान में बदली पर ड्राइवर और हेल्पर काम कर रहे हैं। कुछ स्थानों पर कचरा वाहन के ड्राइवर व हेल्परों द्वारा अवैध तरीके से रहवासियों से प्रतिमाह रुपयों की मांग भी की जाती है। पार्षद प्रतिनिधि रावत ने पूरे मामले में चुप्पी साधे प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी एपी सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।