अमृतसागर कॉलोनी में आबकारी विभाग की दबिश, भारी मात्रा में शराब जब्त, मकान मालिक पर कार्रवाई नहीं!
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। रतलाम में अवैध रूप से बेची जा रही शराब के मामले में एक बार फिर सोम डिस्टलरी के मैनेजर राकेश सोनी का नाम सामने आया है। आबकारी विभाग ने अमृतसागर कॉलोनी स्थित एक मकान पर छापा मारकर 70 हजार 680 रुपए मूल्य की अंग्रेजी शराब जब्त की है। इस कार्रवाई में विनोद (52) पिता हीरालाल नायक को मौके से गिरफ्तार किया गया, जिसने पूछताछ में कबूला कि जब्त की गई शराब सोम डिस्टलरी के मैनेजर राकेश सोनी की है। चौंकाने वाली बात यह है कि आबकारी विभाग ने मकान मालिक को आरोपी नहीं बनाया, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।

पहले भी पकड़ा जा चुका है फरार मैनेजर राकेश
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि फरार आरोपी राकेश सोनी नियमों को ताक पर रखकर रतलाम में शराब की ब्लैक मार्केटिंग कर रहा था। यह पहली बार नहीं है जब उसका नाम इस तरह के मामले में सामने आया हो। 17 अगस्त 2024 को भी स्टेशन रोड पुलिस ने उसे भारी मात्रा में शराब के साथ पकड़ा था। लेकिन यह मामला खास इसलिए था क्योंकि कानूनी कार्रवाई के दौरान असली आरोपी बदल दिया गया था।
मकान मालिक पर कार्रवाई नहीं!
शनिवार देर रात आबकारी विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि अमृतसागर कॉलोनी स्थित एक मकान में अवैध शराब स्टोर की गई है। सहायक आयुक्त डॉ. शादाब अहमद सिद्दीकी के निर्देश पर टीम ने छापा मारा और शराब जब्त कर ली। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि मकान मालिक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। आबकारी उपनिरीक्षक हरेंद्र सिंह घुरैया ने बताया कि मकान मालिक शहर से बाहर रहता है और उसने यह मकान विनोद को दिया था। सवाल यह उठता है कि क्या मकान मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी थी? यदि नहीं, तो यह रतलाम जिला दंडाधिकारी के आदेश का उल्लंघन है। फिर भी, उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई, जिससे प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
वंदेमातरम् न्यूज की खबर का असर : हुआ था बड़ा खुलासा
गौरतलब है कि 17 अगस्त 2024 को भी वंदेमातरम् न्यूज की रिपोर्ट के बाद ही प्रशासन हरकत में आया था। उस समय स्टेशन रोड पुलिस ने प्रताप नगर ब्रिज के पास स्कूटी (MP-43 ZF-6494) की तलाशी ली थी, जिसमें सोम डिस्टलरी के मैनेजर राकेश सोनी के पास से शराब की दो पेटियां बरामद हुई थीं। राकेश सोनी को पुलिस हिरासत में लेकर थाने लाया गया था, लेकिन वहां चौंकाने वाला खेल खेला गया। पुलिस ने राकेश सोनी को बचाने के लिए एक निर्दोष कर्मचारी दीपक (18) पिता बिरजू निवासी सेजावता को आरोपी बना दिया और सिर्फ 5 बोतल शराब का केस दर्ज कर इतिश्री कर ली थी। वंदेमातरम् NEWS ने मामले की पड़ताल कर सच्चाई उजागर की, तब तत्कालीन एसपी राहुल कुमार लोढ़ा हरकत में आए और तत्कालीन थाना प्रभारी दिनेश भोजक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। एसपी लोढ़ा ने थाना प्रभारी भोजक को दोषी पाते हुए 10 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया और मामले को डीआईजी मनोज सिंह के समक्ष प्रस्तुत किया।
प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल
1) सोम डिस्टलरी के मैनेजर राकेश सोनी को इस बार भी बचाने की कोशिश होगी?
2) मकान मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या उसे भी बचा लिया जाएगा?
3) अवैध शराब का कारोबार सिर्फ कुछ लोगों की मिलीभगत से नहीं चलता, बल्कि इसमें बड़े नामों की संलिप्तता भी हो सकती है।
4) इस बार प्रशासन क्या कदम उठाता है, या फिर यह मामला भी दबा दिया जाएगा?