– लोकायुक्त के निशाने पर तीन सब इंजीनियर, जिम्मेदारों को सामने बैठाकर जब्त की फाइल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। बहुचर्चित राजीव गांधी सिविक सेंटर का रजिस्ट्री कांड अभी शांत भी नहीं हुआ कि रतलाम नगर निगम की घटिया सड़कों का निर्माण लोकायुक्त के पास पहुंच चुका है। लोकायुक्त की टीम गुरुवार को नगर निगम पहुंची। टीम के निशाने पर रतलाम नगर निगम के तीन सब इंजीनियर के अलावा उनके अधिकारी है। जिनकी कार गुजारियों के कारण रतलाम के अलग- अलग वार्डों में घटिया सड़कों का निर्माण हुआ है। टीम के निशाने पर जो इंजीनियर हैं उनमें एक निगम आयुक्त हिमांशु भट्ट तो दूसरे सिटी इंजीनियर जीके जायसवाल के खास बताए जा रहे है। तीसरी सब इंजीनियर महिला बताई जा रही है।
दरअसल रतलाम शहर में बनी कुछ सड़कों में अनियमितता व भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत उज्जैन लोकायुक्त में हुई है। शिकायत की जांच करने टीम के सदस्य लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान के साथ रतलाम पहुंचे। लोकायुक्त टीम के आने की जानकारी मिलने पर नगर निगम में हड़कंप मच गया। हर कोई अपने स्तर से जानकारी जुटाने में लग गया कि आखिरकार लोकायुक्त के अधिकारी क्यो आए। टीम सीधे लोकनिर्माण विभाग में पहुंची। अधिकारियों से रतलाम में शहर में बनी सड़कों की फाइले मंगवाई। सीधे नगर निगम के लोकनिर्माण शाखा में पहुंचे। मौजूद अधिकारियों से जिन सड़कों की शिकायत हुई, उनसे जुड़ी फाइल मांगी। दस्तावेज जांचे। करीब एक घंटे तक टीम नगर निगम में मौजूद रही।
इन मार्गों के निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत
उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी तालान ने वंदेमातरम् न्यूज को बताया कि रतलाम में चांदनी चौक, घांस बाजार, गणेश देवरी और शमशान रोड सहित कुछ अन्य मार्गों पर बनी सड़कों को लेकर आर्थिक अनियमित्ता की प्राप्त हुई थी। शिकायत में बताया कि यह सड़के घटिया क्वालिटी से निर्माण किया है। समय से पहले ही उखड़ने लगी है। इसी की जांच करने आए है। दस्तावेज देखे है। जांच की जा रही है। जो तथ्य मिलेंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि इस संबंध में नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों व इंजीनियरों ने अभी तक क्या कार्रवाई की। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।