रतलाम, वन्देमातरम् न्यूज।
डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के छात्र द्वारा फांसी लगाकर खुदकुशी का मामला जांच के दायरे में आ चुका है। सुसाइड नोट में छात्र ने अंकल यानी मध्यप्रदेश शासन के शिक्षामंत्री को संबोधन करते हुए जिक्र किया कि वह तो दुनिया से जा रहा है और उसके जाने के बाद कॉलेज प्रशासन की मनमानी से अन्य छात्रों की मदद कर परीक्षा में जरूर बैठाए। शिक्षामंत्री को संबोधित सुसाइड नोट उजागर होने पर पहली बार जिला प्रशासन ने आयुर्वेद प्राइवेट कॉलेज के खिलाफ जाँच कमेटी बनाई।
सीएम शिवराजसिंह के चुनावी दौरे से ठीक एक दिन पहले कलेक्टर-एसपी का आयुर्वेद कॉलेज पहुंचना और संचालक को चेतावनी देना शहर में चर्चा का विषय बना है। वन्देमातरम् न्यूज का सवाल है कि 5 सदस्यीय कमेटी निष्पक्ष जांच कर मृतक छात्र को इंसाफ दिला पाएगी?
गौरतलब है कि डॉ. शिवशक्तिलाल शर्मा आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज का छात्र संदीप पिता अशोक परमार (24) निवासी शुजालपुर जिला शाजापुर ने आत्महत्या की। पिछले शनिवार को पुखराज रेसिडेंसी में छात्र संदीप ने फांसी लगाई थी। संदीप बीएएमएस अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा था। 11 जुलाई को उसकी परीक्षा थी। शनिवार सुबह करीब साढ़े दस बजे उसका रूम पार्टनर कॉलेज गया था। संदीप उस वक्त कमरे में ही था। देवेंद्र शाम करीब पांच से साढ़े पांच बजे के बीच रूम पर लौटा तो अंदर से दरवाजा बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खोला गया। तब उसने पड़ोस के लोगों को बुलाया। जब खिड़की से झांककर कमरे के भीतर देखा तो संदीप पंखे के हुक से बंधी रस्सी के फंदे से लटका हुआ नज़र आया । घटना की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर पुलिस घटनस्थल पर पहुंची। दरवाजा तोड़कर जांच की और शव उतरवाकर जिला अस्पताल भिजवाया गया । पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में छात्र ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ आर्थिक और मानसिक प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजन ने उक्त घटना के बाद काफी आक्रोशित नजर आए हैं।