रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज।
रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सांसद गुमानसिंह डामोर के खिलाफ 600 करोड़ रुपए के घोटाले की एफआईआर होने के बाद भाजपा के वरिष्ठों की चुप्पी पर कांग्रेस मुखर होती जा रही है। झाबुआ-आलीराजपुर के अलावा रतलाम में भी आरोपी सांसद को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के साथ ही पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी की मांग को लेकर गुरुवार को प्रदर्शन हुआ। घास बाजार में एनएसयूआई (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) ने विरोध प्रदर्शन के दौरान घोटालेबाज सांसद डामोर का पुतला फूंका।
मालूम हो कि पांच दिन पूर्व आलीराजपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित जैन ने धर्मेंद्र शुक्ला की याचिका पर भाजपा के झाबुआ-रतलाम सांसद गुमानसिंह डामोर एवं आलीराजपुर के तत्कालीन कलेक्टर गणेशशंकर मिश्रा, पीएचई के कार्यपालन यंत्री डीएल सूर्यवंशी, सुधीरकुमार सक्सेना व अन्य के खिलाफ भादंवि की धारा 197,217,269,403,406,409 एवं 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध करते हुए उक्त सभी आरोपियों के विरुद्ध सूचना पत्र जारी कर चुके हैं। प्रकरण दर्ज होने के बाद भोपाल स्थित भाजपा कार्यालय पर तलब करने के दौरान आरोपी सांसद डामोर मीडिया के सवालों से बचने के लिए दौड़ लगाते दिखाए दिए तो दूसरी तरफ रतलाम में उच्चशिक्षामंत्री मोहन यादव ने सांसद डामोर को प्रकरण में निष्कलंक होकर बाहर आने की बात कहकर न्यायपालिका की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए।
प्रदर्शन में यह थे प्रमुख रूप से शामिल
एनएसयूआई के घास बाजार स्थित आरोपी सांसद गुमानसिंह डामोर के पुतला दहन के दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री यास्मीन शेरानी, पूर्व सांसद प्रतिनिधि राजीव रावत, शैलेंद्र अठाना सहित छात्रा संगठन के शहर उपाध्यक्ष नारायण चौधरी सहित बड़ी संख्या में छात्र नेता मौजूद थे।