पांच अन्य आरोपियों को पहले ही मिल चुकी सजा, फरार आरोपी पुलिस की आंखों में झोंक रहा था धूल
रतलाम, वंदेमातरम् न्यूज। शहर में वर्ष 2017 में हुए 58 लाख रुपए की धोखाधड़ी और चिटफंड घोटाले में आठ साल से फरार आरोपी अजय प्रताप सिंह को पुलिस ने गुना से गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में शामिल अन्य पांच आरोपियों को पहले ही अदालत छह-छह साल की सजा सुना चुकी है। पुलिस लंबे समय से अजय प्रताप सिंह की तलाश में थी और आखिरकार उसे पकड़ने में सफलता हासिल हुई।

बता दें यह मामला 1 जून 2017 को सामने आया, जब फरियादी मांगीलाल पिता निर्भयराम धाकड़, निवासी करवाखेड़ी, थाना ताल, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि एक चिटफंड कंपनी ने कई निवेशकों से 58 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की, जिसमें रघुवीर सिंह (बड़नगर, उज्जैन), राजेन्द्र सिंह (जमुनिया शंकर), जगदीश चन्द्र (कराडिया), धर्मेंद्र सिंह (बड़नगर) और बगदीराम को आरोपी बनाया गया था। इन सभी पर धारा 420 भादवि (धोखाधड़ी) और इनामी चिटफंड एवं धन परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम 1978 के तहत मामला दर्ज किया गया।जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि अजय प्रताप सिंह, निवासी चौड़ाखेड़ी, चौकी रुठियाई, थाना धरनावदा, जिला गुना भी इस घोटाले में शामिल था। वह आरोग्य धनवर्षा डेवलपमेंट एंड एलाइड लिमिटेड कंपनी में शेयर होल्डर था। इसके बाद अजय प्रताप सिंह के खिलाफ धारा 467, 468, 471 भादवि (जालसाजी) और म.प्र. निपेक्षकों के हित संरक्षण अधिनियम की धारा 3(1), 6(2) के तहत मामला दर्ज किया गया।
पांच आरोपी पहले ही हो चुके हैं सजा याफ्ता
पुलिस ने मामले में शामिल अन्य पांच आरोपियों के खिलाफ जांच पूरी कर कोर्ट में चालान पेश किया था। इसके आधार पर न्यायालय ने राजेन्द्र सिंह, रघुवीर सिंह, जगदीश चन्द्र, धर्मेंद्र सिंह और बगदीराम को छह-छह साल के कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन अजय प्रताप सिंह फरार हो गया था। गत आठ वर्षों में पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई प्रयास किए, लेकिन वह लगातार अपनी पहचान छुपाकर भागता रहा। हालांकि, एसपी अमित कुमार के निर्देश पर पुलिस ने धारा 173(8) जा.फो. के तहत जांच जारी रखी और अंततः उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
गुना में छिपा था आरोपी, पुलिस ने दबोचा
पुलिस की विशेष टीम लगातार अजय प्रताप सिंह की लोकेशन ट्रेस कर रही थी। हाल ही में सुराग मिला कि वह गुना में रह रहा है। इसके बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर योजनाबद्ध तरीके से दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया।
फिलहाल पुलिस रिमांड पर, पूछताछ जारी
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अजय प्रताप सिंह को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान घोटाले से जुड़े और भी अहम खुलासे हो सकते हैं। रतलाम एसपी अमित कुमार ने बताया कि चिटफंड और धोखाधड़ी के मामलों में फरार अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे ऐसी किसी भी संदिग्ध कंपनी में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लें और धोखाधड़ी से बचें।